खेरमाई मंदिर में मत्था टेक कर और जय माता बोलकर वृद्धा ने त्यागी अपने प्राण

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नवरात्र पर्व पर ज्वाला विसर्जन के दौरान देवी रूप रूमने झूमने के दौरान एक महिला की मौत हो गई। यह घटना गढ़ी थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम अलना स्थित खेर माता मंदिर में हुई। इस वृद्धा ने जवाला विसर्जन कर मंदिर वापस आने के बाद खैर माई को अपना मत्था टेकी और जय माता बोल कर अपने प्राण त्याग दिए। गढ़ी पुलिस ने मृतिका समली बाई पति सुखलाल विश्वकर्मा 65 वर्ष की लाश पोस्टमार्टम करवाकर उसके परिजनों को सौंप दिया है और मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।

जानकारी के अनुसार समली बाई के परिवार में दो बेटों का भरा पूरा परिवार है सभी लोग अपना पुश्तैनी धंधा करते हैं ।चैत्र नवरात्र पर्व के चलते ग्राम अलना स्थित खेर माता मंदिर में सार्वजनिक रूप से जवाला बोया गया था और कलश स्थापना की गई थी। 9 दिन तक चलते कार्यक्रम में ग्रामीणों द्वारा पूजा अर्चना की गई इस दौरान समली बाई भी मंदिर में आती रहती थी। जानकारी के मुताबिक समली बाई देवी को आती थी और वह देवी रूप में रूमने झूमने लगती थी। 30 मार्च को सुबह समली बाई की स्वास्थ्य ठीक नहीं था। जिसका इलाज डॉक्टर से करवाया गया था। खेर माता मंदिर मैं जवारा विसर्जन कार्यक्रम में समली बाई भी आ गई थी। 3:30 बजे करीब विसर्जन के दौरान वह देवी रूप में आकर रूमने झूमने झूमते हुए जवारा विसर्जन करके पुनः खेर माता मंदिर पहुंची और खेर माता मंदिर में मत्था टेक कर उसने जय माता बोली इसी दौरान उसने अपने प्राण त्याग दिया। इस दौरान वहां पर करीब ढाई सौ ग्रामीण के अलावा समली बाई के परिवार के लोग भी मौजूद थे। चमेली बाई की लाश खेर माता मंदिर से घर ले गए। समली बाई की अचानक हुई इस मौत की की रिपोर्ट उसके बेटे इतवारी लाल विश्वकर्मा 40 वर्ष द्वारा गढ़ी थाने में की गई थी। 31 मार्च को उपनिरीक्षक घुड़नलाल अहिरवार ने समलीबाई की लाश पोस्टमार्टम करवाकर उसके परिजनों को सौंप दिए और मर्ग कायम कर जांच शुरू की है समली बाई की मौत किस वजह से हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा है। किंतु इस बृद्धा की हृदय गति रुकने से मौत होने की संभावना व्यक्त की जा रही है । आगे मर्ग जांच गढ़ी पुलिस द्वारा की जा रही है

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