नगर के इंडोर स्टेडियम में सोमवार को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती के नाम पर खेल दिवस के अवसर पर खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता का आयोजन खेल प्रभारी अधिकारी व छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में प्रारंभ किया गया। जिसमें सर्वप्रथम उपस्थित जनों के द्वारा हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात 100 मीटर दौड़ टेनिस कबड्डी सहित विभिन्न खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कमला नेहरू व अन्य शासकीय विद्यालयों के खिलाड़ियों ने भाग लेकर अपने उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन किया। परंतु इस दौरान देखने में आया कि स्टेडियम के सामने उबड़ खाबड़ जमीन पर भरे पानी में ही दौड़ का आयोजन किया गया जिसमें छात्र छात्राओं को परेशानी हुई। वही बाकी अन्य प्रतियोगिताएं इंडोर स्टेडियम के अंदर सुरक्षित स्थान पर की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपस्थित जनों ने कहा कि भारत सरकार के द्वारा मेजर ध्यानचंद की जयंती के अवसर पर खेल दिवस रखा गया है। यह खेल दिवस पूरे देश मे माना कर हॉकी के जादूगर और ओलंपिक में भारत वासियों का गौरव बढ़ाने वाले महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को याद करते हैं। वह ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने अपने खेल में महारत हासिल थी एक मर्तबा हिटलर ने मेजर ध्यानचंद की हॉकी को इसलिए तोड़ दिया था कि उस में कहीं मैगनेट या कुछ चीज तो लगा नहीं है जिससे कि गेंद उनकी हॉकी से दूर होता ही नहीं ऐसे कई वाक्य उनके बारे में पढ़ने को मिलते हैं जिससे हमें गर्व होता है कि हमारे देश में मेजर ध्यानचंद जैसे खिलाड़ी हुये। इस अवसर पर खेल अधिकारी सहित खिलाड़ी व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
पद्मेश से चर्चा में खेल अधिकारी ममता पटले ने बताया कि खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय के द्वारा निर्देश दिया गया था कि मेजर ध्यानचंद की जयंती पर आयोजित खेल दिवस के अवसर पर खेल प्रतियोगिता का आयोजन कराना है। जिसके तहत विभिन्न खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। श्रीमती पटले ने बताया कि इंदौर स्टेडियम में कबड्डी खो खो टेनिस 100 मीटर दौड़ सहित अन्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं ने उपस्थिति दर्ज करा कर अपने खेल कौशल दिखाया।










































