गंदगी से पटा नगर का आमा तालाब  अस्तित्व खतरे में

0

नगर के वार्ड नंबर १४ स्थित आमा तालाब वर्तमान में गंदगी से पटा हुआ है जिसके अतित्व पर सवाल उठने लगे है जिसका जलस्तर घटने से जल संकट जैसी स्थिति उक्त क्षेत्र में बनी हुई है। जिसको लेकर वार्ड वासियों के द्वारा लगातार नगर पालिका से इस तालाब के सौन्द्रयीकरण या मूलभूत साफ  सफ ाई करने की मांग की जा रही है जिससे कि तालाब की गंदगी खत्म हो सके। परंतु तालाब की स्थिति देखने से ऐसा लग रहा है कि बीते लंबे समय से नगर पालिका के द्वारा इस तालाब की स्थिति पर विचार विमर्श तक नहीं किया गया है। जो भूल गए हैं कि हमारे यहां आमा तालाब भी है। जबकि यह तालाब वाटर रिचार्ज के रूप में नगर के लिए कार्य करता है । वहीं नगर पालिका की राजस्व प्राप्ति का भी एक जरिया यह तालाब है। परंतु देखने में आ रहा है कि यह तालाब चारों तरफ  से घनी झाडि़य़ां से गिरा हुआ है वहीं तालाब की ऊंची जमीन स्पष्ट रूप से देखने पर मिल रही है और बीच के गड्ढे में पानी जमा है। ऐसे में गंदगी भी बड़ी मात्रा में तालाब के अंदर पनप रही है। जिससे उक्त क्षेत्र के निवासरत लोगों को परेशानी हो रही है,वहीं तालाब के पास असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहने से लोगों का आना जाना भी परेशानी भरा बना हुआ है। जिसको लेकर वार्डवासियों के द्वारा नगर पालिका के द्वारा इधर ध्यान देने की मांग की जा रही है ताकि तालाब की तस्वीर बदली जा सके।

शहर की गंदगी जा रही आमा तालाब में

आमा तालाब के आसपास आधा शहर बसा हुआ है जहां नगर पालिका के द्वारा प्रत्येक घर के सामने से निस्तार का एवं बरसात का पानी निकासी के लिए नाली निर्माण किया गया है जिसका अंत तालाब में होता है। ऐसे में उन नालियों से लोगों के घरों के निस्तार के पानी के साथ बड़ी मात्रा में गंदगी तालाब में आकर मिल रही है जो तालाब के पानी पर असर डाल रही है।  वहीं तालाब के आसपास गंदगी बनी हुई है जिसकी दुर्गंध भी लोगों को परेशान कर रही है। जबकि नाली निकासी की व्यवस्था शहर के बाहर होनी चाहिए परंतु वह पानी तालाब में ही आ रहा है इससे नगर का एक जल स्रोत दूषित होता जा रहा है। ऐसे में यह पानी मवेशियों के स्वास्थ्य के लिए भी ठीक नहीं है।

आमा तालाब के किनारे  असामाजिक तत्व का रहता है जमावड़ा

आमा तालाब वाला स्थान एकांत में पड़ता है जहां पर बड़े भारी वाहन आना जाना नहीं करते हैं केवल मोटर साइकिल या साइकिल से वार्डवासी एवं अन्य लोग आना जाना करते रहते हैं। बाकी समय एकांत में सन्नाटा पसरा रहता है जिसके कारण अधिकांश असामाजिक तत्व उक्त तालाब के आसपास झाडियों में बैठकर विभिन्न प्रकार के नशे करते रहते हैं । जहां से आने जाने वालों को डर लगा रहता है परंतु नजदीक का रास्ता होने से वह उपयोग करते हैं। जिस पर पुलिस प्रशासन के द्वारा किसी प्रकार से ध्यान नहीं दिया जा रहा है । जबकि हर शांति समिति की बैठक में उक्त क्षेत्र को पॉइंट किया जाता है फि र भी उक्त स्थान पर अत्यधिक झाड़ी होने के कारण और सामाजिक तत्व बैठे रहते हैं। जहां झाड़ी के कारण कितने लोग हैं या स्पष्ट नहीं समझ आता है। जबकि यह आमा तालाब नगर की सबसे पुरानी बस्ती के पीछे एवं वार्ड नंबर एक हिमाचल नगर के बाजू में स्थित है। यहां पर जो मार्ग बना हुआ है वह बाईपास के रूप में नगरवासी को रामपायली रोड़ के लिए और रामपायली रोड़ निवासी को बाजार आने के लिए इस मार्ग का उपयोग करते हैं। तो वहीं इस तालाब के आसपास वार्ड नंबर १४ निवासी भी उक्त मार्ग का अपने घर जाने और घर से शहर में निकलने के लिए उपयोग करते हैं।

नगर पालिका को हो रही राजस्व क्षति

यह नगर का दूसरा बड़ा तालाब है जिस पर नगर पालिका के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण वहां पर गंदगी और झाडिय़ां का अंबार लगा हुआ है । ऐसे में नगर पालिका को राजस्व की हानि भी हो रही है। यदि नगर पालिका के द्वारा समय रहते उक्त तालाब का गहरीकरण कर साफ  सफ ाई जाती तो उक्त तालाब में मछुआरा समाज के लोग मछली पालन एवं सिंघाड़ा उत्पादन का कार्य कर सकते हैं । जिससे एक रोजगार सृजन तो होगा परंतु नगर पालिका को राजस्व भी प्राप्त होगा। परंतु उक्त परिस्थिति ना होने के कारण रोजगार के साथ राजस्व की भी हानि नगर पालिका को हो रही है।

नगर में लगातार घट रहा जलस्तर

आमा तालाब लगातार सूखता जा रहा है और गंदगी से भरा होने के कारण पानी की भी कमी तालाब में हो रही है । और स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि तालाब अब समतल होने की कगार पर पहुंच गया है। क्योंकि लंबे समय से किसी के द्वारा इस तालाब के गहरीकरण पर ध्यान नहीं दिया गया है। इस परिस्थिति में उक्त क्षेत्र का जलस्तर भी अब घटता ही जा रहा है । क्योंकि तालाब नीचे है बाकी आसपास नगरी क्षेत्र ऊंचाई पर है ऐसे में कुओं का पानी बहुत कम हो गया है और हैंड पंप में भी बहुत कम पानी आ रहा है। यदि समय रहते तालाब के गहरीकरण पर ध्यान नहीं दिया गया तो इसे अतिक्रमणकर्ताओ एवं गंदगी से भरने से कोई नही रोक सकता जो इसका अस्तित्व समाप्त कर देगा।

वर्तमान में आमा तालाब को गहरीकरण करने की अत्यंत जरूरत है-निलेश जैतवार

वार्डवासी निलेश जैतवार ने बताया कि आमा तालाब की हमारी मूल समस्या है जिसके कारण लगातार हमारा जलस्तर नीचे जा रहा है। तालाब में अब जीव जंतुओं के लिए भी साफ  पानी नहीं बचा है क्योंकि वहां पर शहर का गंदा पानी तालाब में जा रहा है । क्योंकि नाली की निकासी तालाब में बनाकर रख दी गई है। इस पर नगर पालिका के द्वारा तालाब की साफ  सफ ाई एवं गहरीकरण करने पर आज तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है जिससे राजस्व की हानि भी हो रही है। जबकि वर्तमान में तालाब को गहरीकरण करने की अत्यंत जरूरत है क्योंकि वहां से रोजगार के अवसर भी सृजन होंगे। जब हम शाम को तालाब के मार्ग पर जाते हैं तो वहां पर असामाजिक तत्व शराबी लोग बैठे रहते हैं । और झाड़ी में समझ नहीं आता कि कितने लोग हैं कौन कौन हैं यह मार्ग बहुत उपयोग होता है। हिमाचल नगर के लोग यहीं से जाते हैं नगर के लोग रामपायली मार्ग पर यहीं से आते हैं उन सभी को समस्या बनी हुई है।

नगर पालिका की लापरवाही से आमा तालाब का अस्तित्व हो रहा खत्म-लालू पटले

वार्डवासी लालू पटले ने बताया कि आमा तालाब में बेतहाशा गंदगी है पेड़ पौधे झाड़ी से भरी हुई है । वर्षों से यहां पर   सफाई नहीं की गई है इस पर नगर पालिका के द्वारा बिल्कुल आज तक कभी ध्यान नहीं दिया गया है। जबकि यह दूसरा मुख्य तालाब है जिसका रखरखाव या गहरीकरण आज तक नहीं हुआ है। यह एक वाटर रिचार्ज के रूप में नगर के लिए कार्य करता है। इसी के किनारे हम लोगों के लिए बाईपास के रूप में एक मुख्य मार्ग है जो वार्ड नंबर १ को वार्ड नंबर १४ और १२ से जोड़ता है। जो कम दूरी का मार्ग है जहां से सीधे हम लोग बाजार के लिए आना जाना करते हैं। इस मार्ग पर रात में जाने में समस्या है क्योंकि नगर पालिका ने आज तक ध्यान नहीं दिया है । कुछ भी नहीं किया है हमारा वार्ड ऊपर है तालाब नीचे है फि र भी कुंए का पानी कम हो रहा है। हम यही चाहते हैं कि नगर पालिका यहां साफ  सफ ाई करें गहरीकरण करें ताकि वाटर रिचार्ज का एक बेहतर जल स्रोत यह बना रहे।

तालाब के आसपास बहुत ज्यादा गंदगी भरी हुई है- यशवंत कुराह

यशवंत कुराह ने बताया कि यहां पूरा तालाब के आसपास कचरा बहुत ज्यादा हो गया है जो बहुत अधिक मात्रा में है जिसके कारण जगह बहुत कम है। इसमें नगर पालिका के अधिकारी कर्मचारी कोई भी इधर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि उन्हें गंभीरता से इस विषय पर ध्यान देना चाहिए कि यहां पर साफ  सफ ाई हो गहरीकरण हो हम मछुआरा समाज के लोग हैं । यदि नगर पालिका इस तालाब को बेहतर बना देती है तो हमारे लिए आय का एक स्रोत बढ़ेगा। हमारा पेशा है मछली पालन सिंघाड़े उगाना जो हमें काम मिलेगा और बदले में हम शासन को टैक्स भी देंगे । परंतु वर्तमान में हम यहां पर व्यवसाय नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि ८० प्रतिशत तालाब में कचरा भरा हुआ है २० प्रतिशत तालाब खुला हुआ है।

नपा के द्वारा जल स्रोत को संरक्षित करने का कार्य किया जा रहा है-सरिता दांदरे

नपा अध्यक्ष सरिता दांदरे ने दूरभाष पर चर्चा में बताया कि नगर पालिका के माध्यम से नगर के समस्त जल स्रोतों को बचाने और उनका सौंद्ररीकरण करने का कार्य किया जा रहा है। ऐसे में हमारे द्वारा शंकर तालाब वार्ड नंबर ९ और वार्ड नंबर ८ के तालाब का कार्य प्रारंभ किया गया है। जहां पर उक्त जल स्रोत को बचाने का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद हम इस आमा तालाब को सुंदर करने का कार्य करेगी और हमारा प्रयास होगा। कि यह तालाब को हम बेहतर बना सके ताकि शहर के लिए यह वाटर रिचार्ज आने वाले १०० साल के लिए बना रहे। इसी के साथ नगर पालिका के द्वारा हर तरीके से जल स्रोत को संरक्षित करने के लिए कार्य किया जा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here