वारासिवनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम गर्रा में शनिवार को गर्रा चौक से सब्जी लेकर वापस घर लौट रहे एक मजदूर की, यात्री बस की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। जहां मजदूर की मौत होने से गुस्साए मृतक के परिजनों और अन्य मजदूरों ने शव को सड़क पर रखकर चकाजाम कर दिया ।जहां प्रदर्शन कर रहे मजदूरों और मृतक के परिजनों ने उचित मुआवजा ना दिए जाने तक चक्काजाम शुरू रखने और मुआवजा मिलने के बाद ही प्रदर्शन खत्म करने की चेतावनी दी है। इस सड़क हादसे की भेंट चढ़े मजदूर का नाम मूलतः थाना लालबर्रा ग्राम गणेशपुर हाल मुकाम गर्रा निवासी 60 वर्षीय पतिराम कावरे बताया गया है। जिसकी यात्री बस की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। जिस पर स्थानीय लोगों ने चक्काजाम कर यातायात बाधित कर दिया। जहां देर रात खबर लिखे जाने तक उनका प्रदर्शन जारी रहा
मुआवजे की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारी
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना लालबर्रा ग्राम गणेशपुर निवासी पतिराम कावरे अपने पुत्र कमलेश कावरे पत्नी सहित अन्य परिजनों के साथ ग्राम गर्रा में किराए के कमरे में रहता था। जो गर्रा स्थिति जैकसन टाइल्स कंपनी में मजदूरी का कार्य कर अपने परिवार का पालन पोषण करता था। बताया जा रहा है कि पतिराम रोजाना की तरह शनिवार रात करीब 8:30 बजे सब्जी लेने के लिए गर्रा चौक की तरफ गया था । वह सब्जी लेकर वापस घर की ओर लौट रहा था। वह गर्रा चौक से वारासिवनी रोड पर करीब 100 मीटर दूर पहुंचा ही था कि बालाघाट से वारासिवनी की ओर तेज रफ्तार से जा रही वर्मा ट्रैवलर्स कंपनी की एक यात्री बस ने उसे अपनी चपेट में ले लिया।जहा बस की चपेट में आने से मौके से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जहां सड़क हादसे में मजदूर की मौत होने की सूचना मिलते ही वहां लोगों का हुजूम लग गया। जहां जैक्सन टाइल्स में काम करने वाले उसके साथी मजदूर भी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने मृतक के परिजनों के साथ मिलकर चक्काजाम कर वहां का यातायात पूर्ण: बाधित कर दिया .बताया जा रहा है कि शनिवार शाम 8:30 बजे से शुरू हुआ यह प्रदर्शन रात्रि 11बजे के बाद भी चलता रहा। जहां मृतक के परिजनों द्वारा उचित मुआवजा ना मिलने तक सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन जारी रखने की बात कही गई है ।
घंटो बाधित रहा गर्रा -वारासिवनी मार्ग
बताया जा रहा है कि मजदूर की मौत से गुस्साए लोगों द्वारा किए गए इस चक्काजाम प्रदर्शन से गर्रा से वारासिवनी मार्ग कई घंटों तक जाम रहा। जहां खबर लिखे जाने तक प्रदर्शन जारी था।उधर मामले की सूचना मिलते ही बालाघाट ,वारासिवनी, लालबर्रा और यातायात की टीम, पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची जहां देर रात तक प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस टीम द्वारा समझाईश देकर चक्काजाम खत्म करने को कहा गया। लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने जो मुआवजे की मांग को लेकर देर रात तक प्रदर्शन करते रहे