गुस्से में है सूर्य,सतह पर धमाकों से 14 सनस्पॉट बने और छह सौर लहरें बाहर निकलीं

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पृथ्वी पर जीवन का सबसे बड़ा स्रोत सूर्य बेहद ‘गुस्से’ में है। सौर चक्र के चरम की तरफ बढ़ रहे सूर्य पर काफी तेजी से गतिविधियां हो रही हैं। सिर्फ दो हफ्ते में सूर्य 35 कोरोनल मास इजेक्शन बाहर फेंक चुका है, सतह पर 14 सनस्पॉट बन चुके हैं और छह सौर लहरें बाहर निकल चुकी हैं। हालांकि कुछ लहरें हमसे काफी दूर थीं, लेकिन कुछ की दिशा सीधे पृथ्वी की तरफ थी। कोरोनल मास इजेक्शन सूर्य की सतह से निकलने वाले कुछ सबसे बड़े विस्फोटों में से एक होता है जिसमें अंतरिक्ष में कई मिलियन मील प्रति घंटे की रफ्तार से एक अरब टन तक पदार्थ बाहर निकल सकते हैं।
सनस्पॉट सूर्य की सतह पर ऐसे क्षेत्र होते हैं जो काले दिखाई देते हैं। इनका रंग काला इसलिए होता है क्योंकि ये सतह के अन्य हिस्सों की तुलना में ठंडे होते हैं। वहीं नासा के मुताबिक सौर लहरें ऊर्जा का एक अचानक विस्फोट होता है जो सनस्पॉट के पास चुंबकीय क्षेत्र की रेखाओं के उलझने के कारण होता है। नासा ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि जैसे-जैसे हम 2025 में सोलर मैक्सिमम के करीब पहुंचेंगे सौर घटनाओं में बढ़ोत्तरी होगी।
इससे हमारा जीवन, पृथ्वी पर मौजूद टेक्नोलॉजी, यहां तक कि स्पेस में सैटेलाइट और अंतरिक्षयात्री भी प्रभावित होंगे। सूर्य के व्यवहार और उसकी विकास यात्रा को जानना न सिर्फ सौर मंडल को उत्पत्ति को समझने के लिए बल्कि पृथ्वी पर जीवन के विकास को भी समझने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। सूर्य का एक जीवन चक्र है जिसे सौर चक्र या सोलर सइकिल कहा जाता है जो सौर गतिविधियों के बारे में बताता है। सूर्य पर गतिविधियां शांत से सक्रिय और तूफानी होती हैं और फिर से शांत हो जाती हैं।
नासा के अनुसार इस 11 साल के सौर चक्र की विशेषताएं सौर लहरें और कोरोनल मास इजेक्शन के रूप में जाने जाने वाले बड़े विस्फोट हैं। ये पृथ्वी का चक्कर लगाने वाले सैटेलाइट और कम्युनिकेशन सिग्नल को प्रभावित कर सकते हैं। सौर चक्र की पीक को सोलर मैक्सिमम कहा जाता है। वहीं शांत सूर्य को सोलर मिनिमम कहते हैं। वर्तमान में सूर्य पर बढ़ रही हलचल के लिए जिम्मेदार 25वां सौर चक्र दिसंबर 2019 में शुरू हुआ था। नासा ने कहा कि जैसे-जैसे सूर्य पर गतिविधियां बढ़ेंगी, विस्फोटों की संख्या में भी इजाफा होगा क्योंकि अधिक से अधिक सनस्पॉट बनेंगे। सूर्य पर होने वाली गतिविधि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन सहित हमारे ग्रह के चारों ओर आयनमंडल-थर्मोस्फीयर क्षेत्र में परिक्रमा करने वाली 35,000 से अधिक चीजों को प्रभावित कर सकती हैं।

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