गूगल ने इस खास व्यक्ति का बनाया डूडल, क्या कहता है इतिहास

0

Google Doodle: दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल हर खास मौके पर और खास व्यक्तियों की जानकारी दुनिया भर के लोगों को प्राप्त हो, इसके चलते वह डूडल का निर्माण करता है। एक बार फिर गूगल ने ऐसे खास व्यक्ति का डूडल बनाया है, जो अब सुर्खियों में है। गूगल पर जैसे ही यूजर आ रहा है तो उसे एक खास व्यक्ति का डूडल नजर आ रहा है जिस वजह से वह इनके बारे में जानने की इच्छा रखते हैं कि ये व्यक्ति कौन है? जिन्हे लेकर गूगल ने डूडल का निर्माण किया है। चलिए जानते हैं इनके बारे में..

गूगल पर बाल्टीमोर के गेस्ट आर्टिस्ट आशांति फोर्टसन ने पैरालंपिक खेलों के जनक माने जाने वाले जर्मन डॉक्टर ‘‘सर लुडविन गुट्टमन’’ का डूडल बनाया है। बता दें कि 3 जुलाई 2021 के माध्यम से गूगल यहूदी, जर्मन में जन्मे ब्रिटिश न्यूरोलॉजिस्ट प्रोफेसर सर लुडविग ‘‘पोप्पा’’ गुट्टमन, पैरालंपिक आंदोलन के संस्थापक के 122वें जन्मदिन का जश्न मना रहा है। गुट्टमन के प्रयास के कारण ही आज पैरालंपिक एथलीटों को उनके कौशल और उपलब्धियों के लिए पहचाना जाता है।

विकलांग लोगों के अधिकारों और स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिए पैरालंपिक खेल समान उपचार और अवसर पर स्थायी प्रभाव के साथ एक प्रेरक शक्ति बने हुए हैं। जानकारी के लिए आपको बतादें कि सर लुडविग गुट्टमन का जन्म 3 जुलाई 1899 को टाॅस्ट, जर्मनी में हुआ था और 1924 में उन्होनें एमडी की डिग्री प्राप्त की थी। उन्होनें रीड की हड्डी की चोटों पर शोध शुरू किया और कई न्यूरोसर्जिकल प्रक्रियाएं की इसी प्रयास के चलते वे 1930 के दशक में जर्मनी क टॉप न्यूरोसर्जन बनकर उभरे।

गूगल ने डूडल के साथ एक बायो में लिखा है कि नाजी पार्टी के उदय और 1933 में नूर्नबर्ग कानूनों के पारित होने के साथ, गुटमन को पेशेवर रूप से दवा का अभ्यास करने से रोका गया था। सन् 1938 में क्रिस्टलनाचट और जर्मनी में यहूदियों के बढ़ते उत्पीड़न के बाद, गुट्टमन को अपने परिवार के साथ जर्मनी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा और 1939 में इंग्लैंड चले गए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here