म्यांमार की सेना और विद्रोही गुट थ्री ब्रदरहूड अलायंस के बीच बातचीत शुरू हो गई है। चीन ने इस बातचीत को शुरू कराया है और आने वाले दिनों में कई बैठकें हो सकती हैं। म्यांमार के विद्रोहियों ने कई इलाकों पर कब्जा कर लिया है। यही नहीं चीन और भारत की सीमा के पास भी लड़ाई हो रही है।
म्यांमार में चल रहे गृहयुद्ध के बीच चीन की सरकार ऐक्शन में आ गई है। म्यांमार की सेना ने विद्रोही गठबंधन थ्री ब्रदरहूड अलायंस के साथ बातचीत की है। इस बातचीत में चीन ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई है। म्यांमार में यह बातचीत तब शुरू हुई है जब विद्रोहियों और सेना के बीच भीषण लड़ाई चल रही है और देश के टुकड़ों में बंटने का खतरा पैदा हो गया है। चीन की सीमा पर म्यांमार की सेना के बम गिराने के बाद पीएलए ने अपनी तोपों को तैनात किया है। यही नहीं म्यांमार को भारतीय सीमा को जोड़ने वाले एक रास्ते पर भी विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया है।
थ्री ब्रदरहूड अलायंस के अंदर अराकान आर्मी, म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस आर्मी और तांग नेशनल लिबरेशन आर्मी शामिल हैं। ये सभी गुट गत 27 अक्टूबर से ही म्यांमार की सेना पर भीषण हमले कर रहे हैं। इससे म्यांमार पर शासन कर रहे सैन्य जुंता के लिए बड़ी चुनौती पैदा हो गई है। म्यांमार और चीन की सीमा पर जोरदार लड़ाई के बाद सीमा व्यापार में बाधा आई है। इसी वजह से चीन अब म्यांमार की सरकार और विद्रोही गठबंधन के बीच बातचीत करवा रही है ताकि इस गृहयुद्ध का हल निकाला जा सके।