ग्राम पंचायत मेहंदीवाड़ा में स्थित गोटा ड़ोल में करीब ८ से १० माह पूर्व फूटी नहर का जो कार्य ठेकेदार के मार्फत किया गया है। वो गुणवत्ता विहिन है। गौरतलब है कि गोटा टोल एक दर्शनीय स्थल कहलाता है। जिसके बाजू में मजार भी है वही एक तरफ मंदिर है। जो कौमी एकता का संदेश देती है। ऐसी स्थिति में ठेकेदार ने जो फूटी हुई नहर का निर्माण किया है वो दोयम दर्जे का हैं। नहर का पानी काफी मात्रा में रिसाव होकर वे वजह बह रहा है। जबकि यह नहर टूॅढ़ी बायीं तट नहर कहलाती है। जो वारासिवनी से मोवाड़ तक जाती हैं। इस नहर के जरिये करीब १५ सो एकड़ भूमि सिंचित होती है। यह सरकारी आकड़ा है। जिसके बारें में विभागीय सूत्र बताते हैं।
फूटी नहर का कार्य नही हुआ उच्च क्ॅवालिटी का – फरीद खान
इस संबंध में पद्मेश को जानकारी देते हुये नहर किनारे रहने वाले बाबा फरीद खॉन ने बताया कि यह नहर के ठीक नीचे मजार है वही सामने मंदिर स्थित हैं। मगर जब से नहर फूटी हैं इसका कार्य उस क्ॅवालिटी का नहीं हुआ हैं। जिसकी वजह से किसान हो यह हम लोग हो उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हम चाहते हैं कि यह ट्रॅढ़ी बायीं तट नहर पर विभाग को ध्यान देना चाहिये। हमारी मजार भी इस नहर के फूटने से बह गई थी जिसकी वजह से इस वर्ष हम उर्स नही भरा सकते। यह उर्स हिंदू मुस्लिम कौमी एकता का संदेश देती है। जिसमें क्षेत्र के लोगों सहित आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। वर्तमान समय में इस नहर का कार्य जिस तरीके से होना था उस तरीके से नही हुआ है। हम शासन प्रशासन से यहीं चाहते हैं कि नहर का ठीक ढ़ंग से कार्य किया जाये।
नहीं मिल पा रहा फसल को पर्याप्त पानी – आनंद देव्हारे
इसी तरह किसान आनंद देव्हारे ने पद्मेश को बताया कि वे मेहंदीवाड़ा में अधिया कमाते हैं। मगर वर्तमान समय में हमें नहर का पानी उस मात्रा में नहीं मिल पा रहा है। हम चाहते हैं कि हमें हमारे खेत तक पानी की सप्लाई हो। जो फूटी नहर का कार्य हुआ है वो उस लायक नहीं हुआ है। जिससे हमें हमारे खेत में पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। जबकि हमने वर्तमान समय में गेहूॅ की फसल लगाई है। नहर का पुन: जीर्णोध्दार होना चाहिये वही जिस स्थल से नहर फूटी थी उस स्थल का निर्माण कार्य कराया जाना चाहिये। ताकि हम किसानों की फसल को पर्याप्त रूप से पानी मिल सके।
किसान हित में जो बन पड़ेगा वो हम करेंगे – किशोर तामेश्वर
इस संबंध में दूरभाष पर पद्मेश से चर्चा करते हुये सरपंच प्रतिनिधि किशोर तामेश्वर ने बताया कि उन्हे भी इस बारे में शिकायत मिली है कि फूटी नहर का पानी किसान के खेत तक नहीं पहुॅच पा रहा है। उन्होने इस मामलें में सिंचाई विभाग को सूचित भी किया हैं। हम स्वयं एक किसान हैं अगर पानी की समस्या हैं तो हम से ेजो बन पड़ेगा वो हम करेंगे।
इनका कहना है –
इस संबंध में दूरभाष पर पद्मेश से चर्चा करते हुये प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी सिंचाई विभाग कमल गजभिये ने बताया कि में स्वयं उक्त स्थल का निरीक्षण करूंगा। जो भी कमी होगी उसे दुरूस्त करने का प्रयास हमारे विभाग द्वारा किया जायेगा। साथ ही जिस ठेकेदार ने यह कार्य किया है उसे भी नोटिस जारी किया जायेगा।