जिला मुख्यालय में गुरुवार सुबह एक ऐसा नजारा देखने मिला, जो आमूमन देखने नहीं मिलता। बूढ़ी रोड स्थित चर्च के सामने सुबह-सुबह एक अज्ञात शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर कोतवाली पुलिस के जवानों ने शव का पंचनामा कार्रवाई की और पोस्टमार्टम के लिए नगर पालिका से शव वाहन भेजने पत्र भेजा, लेकिन पत्र ये लिखकर वापस भेज दिया कि नगर पालिका के एकमात्र शव वाहन को सुधार के लिए भेजा गया है, जिससे शव वाहन उपलब्ध नहीं करा पाएंगे। ऐसे में अज्ञात शव सुबह से दोपहर 12.30 बजे उसी स्थान पर पड़ा रहा। जांच करने पहुंचे पुलिसकर्मियों ने बताया कि उनके द्वारा शव को महज 200 मीटर दूर जिला अस्पताल भेजने के लिए नगर पालिका से कई बार संपर्क किया गया, लेकिन देर तक शव वाहन नहीं मिल पाया। समाजसेवी संस्थाओं से भी कोई मदद नहीं मिली। करीब छह घंटे तक शव उसी स्थान पर पड़ा रहा है। शव वाहन के लिए पुलिसकर्मी देर तक प्रयास करते रहे, लेकिन उन्हें शव वाहन नहीं मिला। आखिर में एएसआई श्री डहेरिया ने अस्पताल के सामने खड़ी एक प्राइवेट एंबुलेंस को मौका स्थल बुलाया और दो लोगों की मदद से शव को एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। दरअसल, जिला मुख्यालय में किसी अज्ञात शव को कुछ मीटर की दूरी पर बने जिला अस्पताल तक पहुंचाने के लिए शव वाहन का देर तक उपलब्ध न हो पाना व्यवस्थाओं पर कई सवाल खड़े करता है। 33 वार्डांे वाली नगर पालिका के पास सिर्फ एक शव वाहन है, जो मेंटेनेंस के कारण कई दिनों से उपलब्ध नहीं हो पा रही है। लोगों का कहना है कि इतने बड़े क्षेत्र के लिए नगर पालिका के पास एक अतिरिक्त शव वाहन की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि एक वाहन खराब या मेंटेनेंस में होने पर दूसरे वाहन का इस्तेमाल किया जा सके। कोतवाली पुलिस के मुताबिक, शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है। मामले की जांच की जा रही है।