वर्तमान में मध्यप्रदेश को प्रभावित करने वाला कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। हवा का रुख भी उत्तरी बना हुआ है। उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के कारण प्रदेश में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने लगी है। उधर वातावरण में नमी मौजूद रहने के कारण रविवार को सुबह के समय मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में घना कोहरा छाया रहा। ग्वालियर में दृश्यात शून्य मीटर रही। राजधानी में सुबह दृश्यता 50 मीटर रही। कोहरे के कारण 23 जिलों में शीतल दिन रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी अगले तीन दिन तक ठंड के तेवर इसी तरह बने रहने के आसार हैं। हालांकि सोमवार से उत्तर मप्र को छोड़कर शेष क्षेत्रों में कोहरे से राहत मिल सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को सागर, छतरपुर, भिंड, ग्वालियर, शिवपुरी, मंदसौर, नीमच एवं रतलाम में शीत लहर का प्रभाव रहा। भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, शाजापुर, खजुराहो, सिवनी, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर, भिंड, छतरपुर में तीव्र शीतल दिन रहा। गुना, दमोह, सागर, मंडला, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, खंडवा, बालाघाट में शीतल दिन रहा। प्रदेश में सबसे कम तीन डिग्री सेल्सियस तापमान ग्वालियर, नौगांव में दर्ज किया गया। घना कोहरा रहने के कारण ग्वालियर में सुबह दृश्यता शून्य रही, सागर में 50 मीटर से कम एवं भोपाल में 50 मीटर दृश्यता रही। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि रविवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 17.4 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से आठ डिग्रीसे.कम रहा। साथ ही शनिवार के अधिकतम तापमान 20.1 डिग्रीसे. की तुलना में 2.7 डिग्रीसे.कम रहा। राजधानी में लगातार तीसरे दिन शीतल दिन रहा। न्यूनतम तापमान आठ डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से तीन डिग्रीसे. कम रहा। यह शनिवार के न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्रीसे. के मुकाबले 1.7 डिग्रीसे. कम रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वातावरण में नमी मौजूद है। आसमान साफ हो गया है। साथ ही तापमान कम होने से कोहरा छा रहा है। वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम भी सक्रिय नहीं है। इस वजह से 19 जनवरी तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने के आसार हैं।