उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में भारी बारिश का कहर जारी है। हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। यहां अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार ने लोगों से घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। उत्तराखंड में भी ऐसा ही हाल है। पहाड़ों पर भूस्खलन सबसे बड़ी समस्या बना हुआ है।इसी तरह राजधानी दिल्ली में शनिवार और रविवार को हुआ भारी बारिश ने जुलाई में 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यहां पढ़िए मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा के मौसम का हाल
घर में रहें, घबराएं नहीं, हिमाचल और पंजाब CM की अपील
हिमाचल प्रदेश और पंजाब में जारी भारी बारिश और बिगड़ते हालात के बीच दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है।हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य के लोगों से अगले 24 घंटों तक घर पर रहने और अधिकारियों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया। राज्य में और बारिश की भविष्यवाणी की गई है, जहां रविवार को रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई, जिससे 14 लोगों की मौत हो गई।इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसी तरह की अपील जारी की। भारी मानसूनी बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया, जिसके बाद अधिकारी हरकत में आए।भगवंत मान ने एक ट्वीट में कहा, ‘पंजाब के निवासियों से मेरी अपील है कि वे घबराएं नहीं। सरकार लोगों के साथ है और हर संभव मदद प्रदान की जाएगी।’
दिल्ली में प्रगति मैदान टनल बंद
दिल्ली में प्रगति मैदान टनल जलभराव के कारण अस्थायी रूप से यातायात के लिए बंद कर दी गई। लगातार बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है। टनल के सुरक्षा गार्ड संजीव कुमार ने बताया, ‘इसे कल पुलिस कर्मियों ने बंद कर दिया था। सभी द्वारों पर बैरिकेड लगा दिए गए हैं। पूरी सुरंग बंद है।’