चाइनीज टेक्नोलॉजी कंपनी शाओमी (Xiaomi) ने छंटनी शुरू कर दी है। हांगकांग के न्यूज पेपर साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, Xiaomi ने अपने स्मार्टफोन और इंटरनेट सर्विसेस यूनिट्स में से वर्कर्स को निकालना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, शाओमी ने अपनी टोटल वर्कफोर्स में से लगभग 15% वर्कर्स की छंटनी कर दी है। 30 सितंबर तक शाओमी की टोटल वर्कफोर्स 35,314 थी, जिसमें से 32,000 चीन में बेस्ड है।
छंटनी से प्रभावित कई लोग हाल ही में कंपनी में शामिल हुए थे
इस छंटनी से प्रभावित कई लोग हाल ही में कंपनी में शामिल हुए थे। शाओमी ने दिसंबर 2021 में हायरिंग की थी। फिर चीन में कोविड-19 प्रतिबंधों और कंज्यूमर डिमांड में गिरावट के कारण शाओमी ने नवंबर में तीसरी तिमाही के रेवेन्यू में 9.7% की गिरावट की रिपोर्ट के बाद कंपनी में छंटनी की थी। स्मार्टफोन रेवेन्यू, जो कंपनी की टोटल सेल्स का लगभग 60% बनाता है। यह साल-दर-साल 11% गिर गया था।
कई कर्मचारियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दुख बयां किया
छंटनी से प्रभावित शाओमी के कई कर्मचारियों ने वीबो, शियाओहोंगशू और मैमाई सहित कई चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना दुख बयां किया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि शाओमी की नौकरी में कटौती के बारे में सभी प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की बाढ़ आ गई है। Xiaomi दुनिया के सबसे बड़े स्मार्टफोन मेकर्स में से एक है और चीन में सबसे बड़ी कंपनी है। छंटनी से पता चलता है कि नौकरी में कटौती की नई लहर ने चीनी कंपनियों को भी प्रभावित करना शुरू कर दिया है।
कुछ दिनों पहले लेटेस्ट फ्लैगशिप Xiaomi-13 सीरीज को पेश किया
शाओमी ने कुछ दिनों पहले अपने लेटेस्ट फ्लैगशिप Xiaomi-13 सीरीज को पेश किया था। इस नए स्मार्टफोन में टॉप-टीयर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन चिपसेट और स्नैपड्रैगन 8 जेन-2 का यूज किया गया है। Xiaomi-13 में कैमरा, बैटरी और डिजाइन जैसे की-एरियाज पर फोकस किया गया है। कंपनी को मार्केट में वीवो, ओप्पो और वनप्लस जैसे चीनी राइवल्स से कॉम्पिटिशन करना पड़ रहा है।
भारत में Xiaomi सैमसंग, वीवो, रियलमी और ओप्पो जैसे मैन्युफैक्चरर के कारण मार्केट शेयर खो रहा है। हालांकि, Xiaomi अभी टॉप स्पॉट पर बना हुआ है। काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, Xiaomi के राइवल्स अब उसके बेहद करीब पहुंच गए हैं। इंडियन मार्केट में Xiaomi और सैमसंग दोनों की बाजार हिस्सेदारी 19-19% है। इन दोनों के बाद वीवो की 17%, रियलमी की 16% और ओप्पो 11% हिस्सेदारी है।