चोरी के मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ दर्ज की एफआईआर

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बालाघाट(पदमेश न्यूज) बालाघाट शहर ही नहीं पूरे जिलेवासियों के लिए बहुत बड़े आस्था का केंद्र शहर के काली पुतली चौक स्थित हनुमान मंदिर परिसर कितना अधिक सुरक्षित है यह सवाल उस समय खड़े हो रहे हैं जब 30 नवंबर को 251 कुंडीय गायत्री यज्ञ के लिए कलश यात्रा की शुरुआत इस मंदिर परिसर से की गई और इस मंदिर परिसर के भीतर तीन महिलाओं के गले से अज्ञात व्यक्ति द्वारा मंगलसूत्र और सोने की चैन चुरा ली गई। 30 नवंबर को पीड़ित महिलाएं मंदिर के जिम्मेदार पदाधिकारी से सीसीटीवी कैमरा दिखाने की गुहार लगाती रही।लेकिन जिम्मेदार नही माने। वही मंदिर प्रबंधन के पदाधिकारी कहते रहे कि बड़े पदाधिकारी से अनुमति लेने के बाद ही सीसीटीवी कैमरा दिखाया जाएगा। इस दौरान 3 में से 2पीड़ित महिलाओं के द्वारा कोतवाली थाने में देर शाम लिखित आवेदन देकर मामले की शिकायत की गई।जिसपर पुलिस ने 1दिसंबर को मंदिर परिसर के सीसीटीवी कैमरे की जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने की बात कहते हुए महिलाओं से मिली इस शिकायत को लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी।बताया जा रहा है कि घटना के अगले ही दिन 1 दिसंबर को जब पुलिस मामले की जांच के लिए पीड़ित दोनो महिलाओं को लेकर मंदिर गई तो वहां जिम्मेदारों ने कह दिया की सीसीटीवी कैमरे तो केवल शोपीस है। यह महीना से बंद पड़े हैं।

मंदिर की भीतरी सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे?
मंदिर की भीतरी सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे हैं यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि 251 कुंडीय गायत्री यज्ञ से पहले गायत्री परिवार के द्वारा बिना किसी जांच के बड़ा कार्यक्रम आयोजित करवाया दिया गया। सैकड़ो की संख्या में महिला, पुरुष, बच्चे, नौजवान लोग इस मंदिर के भीतर बाहर सड़कों पर एकत्रित हुए। हर कोई उत्साहित था कि हमारे शहर में बड़ा कार्यक्रम हो रहा है, लेकिन इस बात से अनजान था कि जिस मंदिर के भीतर में आस्था को लेकर जा रहे हैं वह मंदिर भीतर से सुरक्षित नहीं है।यह इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उसकी तीसरी आंख सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हैं। अगर कोई घटना घटित हो जाए, जैसा हुआ तीन महिलाओं के गले से मंगलसूत्र व सोने की चैन चोरी हो गई, अब सब कुछ भगवान भरोसे है?

रोजाना आते हैं सैकड़ो लोग
बालाघाट शहर के काली पुतली स्थित हनुमान मंदिर बड़े आस्था का केंद्र है रोजाना सैकड़ो लोग आते हैं मंगलवार और शनिवार की शाम की महा आरती के दौरान तो यह संख्या बहुत अधिक हो जाती है।निश्चित ही यह आस्था का एक बड़ा केंद्र है और मंदिर के भीतर बड़ा चढ़ावा भी आता है, जिसकी पूरी निगरानी ट्रस्ट और ट्रस्ट के ऊपर जिला प्रशासन करता है आमदनी तो हो रही है मगर खर्चा सुरक्षा के लिए कितना किया जा रहा है यह सवाल उस समय खड़ा होता है जब मंदिर प्रबंधन कहता है कि सीसीटीवी कैमरे बंद है। हर मंगलवार और शनिवार की आरती के दौरान सैकड़ो की संख्या और उससे भी अधिक लोग जमा होते हैं इस दौरान भगवान ना करें कोई घटना हो तो उसकी जांच सब कुछ भगवान भरोसे, क्योंकि सीसीटीवी कैमरे बंद है इसके लिए जिम्मेदार कौन है किसकी जिम्मेदारी तय होगी या तो शायद प्रशासन तय करेगा या फिर सब कुछ भगवान भरोसे रहेगा ?

टूट गई उम्मीद- पुलिस क्या करें?
30 नवंबर को गायत्री कलश यात्रा से पहले जिन महिलाओं के गले से सोने की चैन, सोने का मंगलसूत्र चोरी हुई उन्हें 1 दिसंबर की सुबह तक यही उम्मीद थी कि मंदिर के भीतर का सीसीटीवी कैमरा चालू होगा उस कैमरे में संदिग्ध की तस्वीर आ जाएगी तो पुलिस बड़ी आसानी से आरोपी तक पहुंच जाएगी। 30 नवंबर की देर शाम तक हनुमान मंदिर समिति के लोग कहते रहे कि कल आ जाइए आपको सीसीटीवी फुटेज दिखा देंगे। वही लोग 1 दिसंबर को कहते है कि सीसीटीवी तो बंद है, अब सबसे बड़ी परेशानी जिनकी सोने की चैन, सोने का मंगलसूत्र चोरी हो गए हैं उनकी है और उनसे भी बड़ी परेशानी पुलिस की है कि इस मामले की एफआईआर दर्ज कर, कैसे जांच करें क्योंकि हर मामले में आखिरी में उंगली तो पुलिस पर उठना है कि साहब हमारी चैन चोरी गई मंगलसूत्र चोरी गया और पुलिस वापस नहीं दिला पाई।

30 को चालू- 1 को बंद
इस दौरान बड़ा सवाल यह भी उठता है कि काली पुतली हनुमान मंदिर समिति के सदस्य बड़ी सहजता से 30 नवंबर को कहते हैं मंदिर समिति के अध्यक्ष महोदय आएंगे और उनके पास चाबी होगी और सबको सीसीटीवी फुटेज दिखा दिए जाएंगे। देर शाम तक मंदिर समिति के अध्यक्ष महोदय और कई वरिष्ठ सदस्य मंदिर पहुंचते नहीं जबकि शनिवार का दिन महा आरती का दिन होता है। 1 दिसंबर को जब पीड़ित महिलाएं पुलिस के साथ मंदिर पहुंचती है तो सदस्य कहते हैं कि सीसीटीवी कैमरा तो बंद है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि मंदिर समिति के सदस्य द्वारा तत्काल क्यों नहीं बता दिया गया कि सीसीटीवी कैमरा तो महीनों से बंद है केवल दिखावे के लिए लगा दिया गया है।

मंदिर समिति की बड़ी लापरवाही
भटेरा चौकी वार्ड नंबर 2 निवासी पूरवंता नगपूरे और शहर के वार्ड नंबर 33 निवासी यशोदा भगत कहती है की मंदिर परिसर के भीतर उनके गले से सोने की चैन और मंगलसूत्र चोरी हो गए। 30 नवंबर को मंदिर के सदस्यों ने कहा कि सीसीटीवी कैमरा चालू है उसके फोटोस दिखा दिया जाएंगे और 1 दिसंबर को जानकारी देते हैं कि सीसीटीवी कैमरा बंद है यह कितनी बड़ी लापरवाही है उनकी सोने की चैन और मंगलसूत्र मिलने की उम्मीद यही से लगभग पूरी तरह से खत्म होते दिखाई देती है।

मामले की जांच जारी है- वास्कले
इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान कोतवाली थाना प्रभारी प्रकाश वास्कले ने बताया कि महिलाओं द्वारा की गई शिकायत के आधार मामले में एफआइआर दर्ज कर ली गई है। जानकारी में सामने आया है कि मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद हैं। पुलिस अज्ञात चोर का पता लगा रही है। मामले की जांच जारी है।

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