चेन्नई: तमिलनाडु के त्रिची में बिशप हेबर कॉलेज में काम करने वाले एक प्रोफेसर पर छात्राओं के यौन उत्पीड़न करने के आरोप लगे हैं। आरोपी प्रोफेसर पर आरोप है कि वह छात्राओं को पढ़ाते समय न केवल गाली-गलौज का इस्तेमाल करता था बल्कि समझाते समय ‘द्विअर्थी शब्दों’ (डबल मिनिंग) का इस्तेमाल किया करता था। आरोपी की पहचान सीजे पॉल चंद्रमोहन के रूप में हुई है जो तमिल साहित्य विभाग के प्रमुख है। प्रोफेसर पर कॉलेज के पांच छात्राओं ने दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया था।
पीड़ित छात्राओं ने आरोप लगाया कि आरोपी अक्सर अनुचित शब्दों का इस्तेमाल करते था और अश्लील हरकतें भी करता था। द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी ने कथित तौर पर फरवरी में ऑफलाइन कक्षाओं के दौरान एमए तमिल साहित्य की छात्राओं को अवधारणाएं समझाते हुए दोहरे अर्थ वाले शब्दों और वाक्यांशों का इस्तेमाल किया।
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने की प्रोफेसर पर लगे आरोपों की जांच
शिकायत मिलने के बाद जिला प्रशासन द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जिला समाज कल्याण अधिकारी (DSWO) और फैक्ट फाइंडिंग के सदस्य ए थमीमुनिशा ने शिकायत दर्ज कराई है। इस बीच, सात सदस्यीय आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) ने आरोपों के आधार पर जांच शुरू की। आरोपों की जांच के बाद, अधिकारियों ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उससे पूछताछ की। बाद में उसे जिला अदालत में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।