आधुनिक युग की शिक्षा को और अधिक प्रभावी बनाए जाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा हार काम इंटरनेट के माध्यम से कर दिए गए हैं लेकिन यह इंटरनेट छात्रों के लिए जितना अधिक सुविधाजनक है उतना ही अधिक परेशानी जनक भी साबित हो रहा है।
इसी बात की बानंगी गुरुवार को एक बार फिर दिखाई दी जब शहर के वैनगंगा आईटीआई के छात्र आंदोलित हुए और अंबेडकर चौक पहुंचकर उन्होंने चक्का जाम तक कर दिया छात्रों ने पूरा मामला विस्तार से बताया कि कैसे ऑनलाइन के माध्यम से उन्हें आईटीआई में एडमिशन मिल गया लेकिन वेरिफिकेशन में पूरी कहानी उल्टी हो गई।
उन्हें यह कह दिया गया कि वे बेस्ट फाइव के आधार पर दसवीं पास करके आए हैं जिसमें कोई मैथस में फेल है तो कोई साइंस में इसके बाद उन्हें एडमिशन नहीं दिया जाएगा छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंतित हो गए और आंदोलन की राह पर निकल पड़े।
गुरुवार की दोपहर को अंबेडकर चौक में हो रहे आंदोलन की जानकारी मिलते ही नगर निरीक्षक कमल सिंह गहलोत तहसीलदार रामबाबू देवांगन तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे छात्रों को समझाइश दी 10 मिनट चला धरना और चक्का जाम समाप्त करवाया।
की दोपहर में नगर के अंबेडकर चौक में एकत्र हुए, जहां उन्होंने नेतृत्व में अंबेडकर चौक में चक्का जाम किया, जिसके कारण चौक के चारों मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया था। यह चक्का जाम प्रदर्शन करीब 15 मिनट चला, छात्रों द्वारा चक्का जाम किए जाने की जानकारी लगते ही कोतवाली थाना प्रभारी कमलसिंह गहलोत अंबेडकर चौक पहुंचे और चक्काजाम तत्काल ही समाप्त किया।
शासकीय आईटीआई के प्राचार्य मोहसिन हबीब के अनुसार प्राइवेट आईटीआई में फिटर और इलेक्ट्रीशियन दो ट्रेड बहुतायत होते हैं। इन ट्रेड में गणित और विज्ञान विषय में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है यह बेस्ट ऑफ फाइव वाले जो बच्चे हैं उनके गणित और विज्ञान में यदि फैल भी है तो उनको पास की अंकसूची मिल रही है।