राजधानी के छोला मंदिर थाना इलाके में अवैध रूप से मादक पदार्थ बेचने और अवैध कालोनियां काटने को लेकर दो गुटों में वर्चस्व की जंग चली आ रही है। इसी बात को लेकर बुधवार रात दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। इस दौरान जमकर तलवार, लाठी, डंडे चले। एक गुट के लोगों ने फायरिंग भी की। इस खूनी संघर्ष में दोनों तरफ के आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। इनमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। एहतियात के तौर पर इलाके में पुलिस बल तैनात है। छोला मंदिर थाना प्रभारी अनिल मौर्य ने बताया कि इलाके में रहने वाले विक्की सरदार पुत्र कालू सरदार (32) के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरे पक्ष के शत्रु कुचबंदिया पर भी कई केस दर्ज हैं। यहां कुचबंदिया समाज के लोग अवैध शराब, गांजा बेचने के आरोप में कई बार गिरफ्तार हो चुके हैं। विक्की सरदार का भी अवैध शराब के कारोबार में खासा दखल रहा है। इसके अलावा दोनों ही गुट विवादित जमीनों के मामले सुलझाने को लेकर आपने-सामने आते रहते हैं। पिछले एक साल से नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के कारण दोनों पक्षों का अवैध मादक पदार्थ बेचने का कारोबार ठप पड़ गया है। इसके बावजूद इलाके में दबदबा बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों में तनातनी बनी रहती है।
विक्की को घेरकर मारपीट शुरू कर दीछोला मंदिर थाना पुलिस के मुताबिक बुधवार रात करीब 11 बजे विक्की सरदार कहीं से कार से अपने घर लौट रहा था। इस दौरान कैंची छोला क्षेत्र में शत्रु कुचबंदिया, दिनेश, सुरेंद्र, राहुल ने विक्की को रोककर मारपीट शुरू कर दी। इस बात का पता चलने पर विक्की के पक्ष के लोग भी मौके पर आ गए और दोनों पक्षों में जमकर मारपीट शुरू हो गई। इस दौरान तलवार लगने से विक्की गंभीर रूप से घायल हो गया। उधर इस मामले में अजय कुचबंदिया ने पुलिस को बताया कि विक्की और उसके साथी लक्की सरदार, सौरभ, बंटी आदि ने घर में घुसकर धारदार हथियारों से हमला किया। इस दौरान विक्की ने फायरिंग भी की। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करते हुए छानबीन शुरू कर दी है।










































