जनपद पंचायत लालबर्रा अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कनकी में ३ दिसंबर को दोपहर २ बजे जंगल से भटककर वन्य प्राणी हिरण का बच्चा गांव में पहुंच गया जिसे ग्रामीणजनों ने अपनी सूझ-बूझ का परिचय देते हुए उसकी जान बचा ली हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ३ दिसंबर को दोपहर २ बजे के आसपास हिरण के एक बच्चें को कुत्ते दौड़ा रहे थे जो जान बचाकर गांव की ओर आ गया इसी दौरान ग्रामीणजनों की नजर वन्यप्राणी हिरण के बच्चें पर पड़ी। जिसके बाद ग्रामीणों ने कुत्तों को खदेड़ा और हिरण को सुरक्षित पकड़कर पानी पिलाये एवं वन विभाग को सूचना दी गई। जिसके बाद वन विभाग के कर्मचारी कनकी पहुंचकर हिरण के बच्चें को कब्जे में लेकर उपचार करवाया और अपने साथ लेकर गये, अगर समय पर ग्रामीणजन हिरण के बच्चें को नही देखते तो कुत्ते उसका शिकार भी कर सकते थे परन्तु ग्रामीणजनों की सुझ-बूझ के चलते वन्यप्राणी हिरण की जान बच गई। आपको बता दे कि लालबर्रा क्षेत्र के अधिकतर ग्राम वन क्षेत्रों से लगे हुए है और वन्यप्राणी जंगल से भटककर गांव की ओर आ जाते हैं परन्तु हिरण जैसे वन्यप्राणी गांव में आ जाते है तो ग्रामीणजन उसे सुरक्षित पकड़ कर वन विभाग को सौंप दिया जाता हैं परन्तु खुंखार वन्यप्राणी बाघ व तेंदुआ गांव में आ जाये तो बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता हैं और ग्रामीणजन दहशत में रहते है। ग्रामीणों ने चर्चा में बताया कि शनिवार को दोपहर २ बजे के आसपास कुत्ते हिरण के बच्चें को दौड़ा रहे थे जो जंगल की ओर से गांव की ओर आ रहा था जिसके बाद हम लोगों के द्वारा कुत्तों को खदेड़ा गया एवं हिरण के बच्चें को पानी पिलाकर वन विभाग को सूचना दी गई जिनके द्वारा हिरण का उपचार किया गया।