जनता की लड़ाई सडक़ से लेकर सदन तक लडूगी – अनुभा

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म.प्र. में विधानसभा चुनाव की मतगणना ३ दिसंबर को संपन्न होने के बाद से विजयश्री प्रत्याशियों के द्वारा विजयी जुलूस निकालकर मतदाता एवं कार्यकर्ताओं का आभार प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी तरह बालाघाट विधानसभा क्षेत्र क्रमांक १११ की कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती अनुभा मुंजारे ने भाजपा के कद्दावर नेता, ७ बार के विधायक गौरीशंकर बिसेन को पराजित कर ऐतिहासिक जीत प्राप्त की है जिससे पार्टी के कार्यकर्ता, उनके समर्थक एवं पार्टी पदाधिकारियों में हर्ष की लहर व्याप्त है। ६ दिसंबर को ब्लाक कांग्रेस कमेटी लालबर्रा एवं खमरिया के तत्वाधान में नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे ने लालबर्रा में विजयी जुलूस एवं आभार प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन कर क्षेत्र के मतदाता, कार्यकर्ता, पार्टी पदाधिकारियों का चुनाव में सहयोग मिलने के लिए उनका आभार प्रदर्शन कर क्षेत्र का सर्वागीण विकास करने का विश्वास दिलवाई है। यह विजयी जुलूस टॉकिज के सामने लालबर्रा से शाम ४ बजे डीजे की धुन पर निकाली गई और इस विजयी जुलूस में कार्यकर्ता एवं पार्टी पदाधिकारियों ने हाथ में पंजा का झंडा लेकर कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद, जिन्दाबाद का नारा लगाते हुए नगर मुख्यालय के विभिन्न चौक-चौराहों का भ्रमण किया। इस दौरान जगह-जगह अनुभा मुंजारे का वंदन कर उनका स्वागत किया गया साथ ही जमकर आतिशबाजियां भी की गई। वहीं नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे ने चौपहिया वाहन से जुलूस के दौरान अपने समर्थकों के साथ जनता से दोनों हाथ जोडक़र जीत की खुशी व अभिवादन करती रही। यह विजयी जुलूस नगर मुख्यालय के चौक-चौराहों का भ्रमण करने के बाद स्थानीय बस स्टैण्ड पहुंची जहां आभार सभा का आयोजन किया गया।

आपकों बता दे कि बालाघाट विधानसभा क्षेत्र क्रमांक १११ में तीन दशक से भाजपा का ही विधायक बनते आ रहा था और यह क्षेत्र भाजपा का गढ़ बना चुका था जिसेे कांग्रेस पार्टी की श्रीमती अनुभा मुंजारे ने ढहा दिया है और तीन दशक से अधिक समय बाद कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत होने पर कांग्रेस में भारी उत्साह है। वर्ष २०२३ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के द्वारा बालाघाट पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती अनुभा मुंजारे को बालाघाट विधानसभा से टिकिट देकर चुनाव लड़ाया गया और यह चुनाव कांग्रेस की प्रत्याशी श्रीमती अनुभा मुंजारे एवं राजनीतिक के चाणक्य, सात बार के विधायक, भाजपा के कद्दावर नेता गौरीशंकर बिसेन के बीच सीधा मुकाबला था और दोनों ही पाटियों के कार्यकर्ता, पदाधिकारी एवं प्रत्याशी मतगणना के पूर्व तक अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे थे परन्तु ३ दिसंबर को जब मतगणना की गई तो कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती अनुभा मुंजारे हर राउण्ड में भाजपा के प्रत्याशी गौरीशंकर बिसेन से आगे रहे और २९१९५ मतों से श्री बिसेन को पराजित कर ऐतिहासिक जीत हासिल की है। इस तरह बालाघाट विधानसभा में तीन दशक से अधिक समय से भाजपा के गढ़ को ढहाकर श्रीमती अनुभा मुंजारे ने जीत हासिल की है और बालाघाट विधानसभा की पहली महिला विधायक बनने का गौरव प्राप्त किया है जिससे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता, समर्थक एवं पदाधिकारियों में हर्ष की लहर व्याप्त है। मतगणना परिणाम के तीन दिन बाद कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती अनुभा मुंजारे का विजयी जुलूस लालबर्रा टाकिज के सामने से ६ दिसंबर को शाम ४ बजे निकाला गया जो पूरे नगर मुख्यालय के विभिन्न चौक-चौराहों का भ्रमण किया और दिनभर रूक-रूक कर हुई बारिश के बाद भी पार्टी कार्यकर्ता, पदाधिकारी एवं समर्थकों में जीत का उत्साह कम नही हुआ और इस विजयी जुलूस में भारी भीड़ भी रही। वहीं नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे ने इस जीत का श्रेय बालाघाट विधानसभा क्षेत्र की जनता को दी है और कहा यह चुनाव मैं नही जनता लड़ रही थी इसलिए ऐतिहासिक जीत हुई है।

गौरीशंकर बिसेन को सत्ता का अहंकार था – कंकर

पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के लिए यह ऐतिहासिक जीत है और बालाघाट विधानसभा में इस जीत को हमेशा याद किया जायेगा, यह जीत गरीब, मजदूर, किसान, व्यापारी, युवा वर्ग, कर्मचारियों, कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारियों की जीत है और यह चुनाव जनता ने लड़ा है इसलिए मैं सभी का अभिनंदन करता हूं साथ ही यह भी कहा कि जिस समय कांग्रेस पार्टी ने अनुभा मुंजारे को बालाघाट विधानसभा से चुनाव लडऩे के लिए टिकिट दी थी उसी समय तय हो गई थी कि अनुभा २० से ३० हजार वोटों से चुनाव जीतेगी और गौरीशंकर बिसेन को क्षेत्र से भगाना है सोच लिये थे क्योंकि उन्हे सत्ता का घमंड एवं अहंकार हो गया था, उनके अहंकार का सर्वनाश हो गया है, लालबर्रा-बालाघाट विधानसभा क्षेत्र किसी का जागीर नही है हर किसी का है, लेकिन गौरीशंकर बिसेन ने यह समझ लिया था कि यह मेरा जागीर है मुझे कोई हटा नही सकता यह समझ लिया था। श्री मुंजारे ने कहा कि अशोकसिंह सरस्वार नागपुर से आकर बालाघाट विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ा था तो उस समय हमारे द्वारा भी कांग्रेस पार्टी को समर्थन दिया गया था एवं कांग्रेस पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी है उसमें कुछ सुधार की आवश्यकता है। बालाघाट जिले के तीन मंत्री चुनाव हारे है जो रेत माफियाओं के साथ पार्टनर थे उन्हे इनका पूरा संरक्षण था इन मंत्रियों ने कभी रेत अवैध उत्खनन के खिलाफ आवाज नही उठाई क्योंकि ये खुद ही इसमें संलिप्त थे जिले की जनता ने इन तीनों रेत माफिया मंत्रियों को हराकर इन्हे सबक सीखा दिया। श्री मुंजारे ने कांग्रेस पार्टी समर्थन में कहा कि कांग्रेस पार्टी जिन्दाबाद थी, जिन्दाबाद है और जिन्दाबाद ही रहेगी कभी खत्म होने वाली पार्टी नही है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते है कि वे कांग्रेस मुक्त भारत करेगें उनकी चार पीढ़ी भी आ जायेगी तो वे भारत को कांग्रेस मुक्त नही कर सकते, यदि कांग्रेस पार्टी चाहे तो थोड़े-बहुत सुधार करके भाजपा मुक्त भारत बना सकती है क्योंकि भाजपा मुक्त भारत होगा तभी विकास हो पायेगा। श्री मुंजारे ने नवनिर्वाचित विधायक से कहा कि आपने चुनाव प्रसार में जनता से जो वादे किये है उसे पूरा करना पड़ेगा बहाने बाजी नही चलेगी कि हमारी सरकार नही है, आपकों प्रशासनिक अधिकारियों को ठीक करना है, बिना किसी भेदभाव के सभी का काम करना पड़ेगा, जनता मालिक होती है और प्रशासनिक अधिकारी-अधिकारी जनता के सेवक है यदि वे जनता का काम नही करेगें तो उन्हे ठीक करने का काम तुम्हारा है क्योंकि विधायक में बहुत ताकत होती है।

जनता ने मुझे सेवा करने के लिए चुना है, सुख भोगने के लिए नही – अनुभा

नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे ने आभार सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं हमेशा अपने क्षेत्र की जनता के साथ खड़ी रहकर उनके हक की लड़ाई लड़ते रहूंगी, मैंने कभी अपने आप को नेता नही मानी, मैं एक साधारण परिवार से बालाघाट जिले की बहु बनकर आई थी और मेरी इस राजनीतिक सफलता का श्रेय मेरे पति श्री मुंजारे जी को जाता है जिन्होने मुझे इस राजनीति में लेकर आये और जनता के आशीर्वाद से पहली बार बालाघाट नगरपालिका में पार्षद बनी उसके बाद लगातार निर्दलीय नगरपालिका अध्यक्ष बनने का गौरव प्राप्त हुआ जिसके बाद लगातार मेरा संघर्ष जारी रहा उसका परिणाम है कि आज बालाघाट जिले की जनता ने इतनी मजबूती के साथ मेरा साथ दिया कि आज इतिहास बन गया। जब मैं भोपाल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय जी से मिली तो उन्होने मुझसे कहा कि तुमने इतिहास रच दिया, बहुत शानदार जीत हुई है तो मैंने उनसे कहा कि यह जीत आपके आशीर्वाद व मेरे विधानसभा क्षेत्र की जनता के आशीर्वाद से हुई है। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि गौरीशंकर बिसेन ७ बार के विधायक, २ बार के सांसद, ३ बार केबिनेट मंत्री रहे है और वे बालाघाट जिले के ही नेता नही है बल्कि महाकौशल के भाजपा के सबसे मजबूत नेता है जिन्हे मैंने जनता के आशीर्वाद से पराजित की हूं इसके लिए विधानसभा क्षेत्र की जनता बधाई के पात्र है। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि केबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने तीन बार समनापुर रोड़ का भूमिपूजन किया है उस सडक़ की स्थिति इतनी खराब है कि गाड़ी तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है, इन्होने विकास के नाम पर विनाश किया है और श्री बिसेन ने जो अतिक्रमण की कार्यवाही नियम विरूध्द की थी उन्ही व्यापारियों के आंसुओं व बद्दुआ ने उन्हे हराया है क्योंकि हमने हमेशा अपने बडों से सिखा है कि हमेशा दुआ लेनी चाहिए बद्दुआ नही लेनी चाहिए, ६०-७० सालों से दुकानदार अपनी दुकाने चलाकर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे और आपकी सनकीपन के कारण उन्हे बेरोजगार होना पड़ेगा, जनवरी में उन्होने दुकानदारों की दुकाने तोड़ी और दिसंबर में उनकी विदाई हो गई। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि इस क्षेत्र की जनता ने मुझे सेवक बनाया है और सेवक के नाते ही मैं इस क्षेत्र में काम करूंगी क्योंकि जनता ने मुझे सेवा करने के लिए ही विधायक बनायेगा है, सुख-सुविधा भोगने के लिए नही। साथ ही यह भी कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नही बनी दु:ख की बात है लेकिन मैं वादा करती हूं कि मैं जनता की लड़ाई सडक़ से लेकर सदन तक हमेशा लडूंगी।

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