जनपद पंचायत के सहायक यंत्री को जनपद पंचायत के सदस्यों ने हटाने के लिए जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन

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लगभग एक दर्जन से अधिक जनपद पंचायत के सदस्यों द्वारा जनपद पंचायत के सहायक यंत्री को जनपद पंचायत से हटाने के लिए जनपद सदस्यों के द्वारा जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन दिया गया है

आपको बता दे की जिला प्रशासन द्वारा जिले के ग्रामीणों की छोटी से लेकर बड़ी समस्याओं को जन एवं समझने के लिए जनसुनवाई का आयोजन जिला कलेक्टर कार्यालय में किया जा रहा है, जहां पर जिले के ऐसे बहुत से ग्रामीण व विपक्ष के नेता ज्ञापन देते हैं जो सरकार की नीतियों एवं कुछ अपनी छोटी से लेकर बड़ी समस्या लेकर आते हैं, किंतु देखा जा रहा है कि जिस पार्टी की सरकार है इस पार्टी के पदाधिकारी व उच्च पद पर आसीन जनप्रतिनिधियों जो सत्ताधारी पार्टी के लोग ही अब जनसुनवाई में आकर एवं कलेक्टर को ज्ञापन दे रहे हैं जो की काफी चर्चा का विषय बना हुआ है ,जहां पर बालाघाट जनपद पंचायत के लगभग एक दर्जन से अधिक जनपद सदस्यों द्वारा मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन दिया गया है जिसमें उन्होंने जनपद पंचायत के सहायक यंत्री को जनपद पंचायत से हटाकर अन्यत्र जगह भेजना की गई है ,

सरपंचो से सेंटिंग कर 10 प्रतिशत कमीशन पर तकनीकि स्वीकृति जारी कर देते है – महेश शरणागत

जनपद सदस्य महेश शरणागत द्वारा बताया गया कि सहायक यंत्री जे०एल० खरे जनपद पंचायत बालाघाट द्वारा अपने दायित्व का निर्वाह सही से नहीं कर पा रहे है। श्री खरे जब भी पंचायतो में किए जाने वाले निर्माण कार्य के निरीक्षण पर निकलते हैं तो सम्बंधित क्षेत्रों के जनपद सदस्यो को साथ में नहीं रखते। निर्माण कार्य कि एम.बी. व एवं अन्तिम मुल्यांकन एवं सी.सी. जारी कि जाती है तो जो सम्बंधित क्षेत्र के जनपद सदस्य को निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हुवा है या नहीं की जानकारी नहीं रहती। सरपंचो से सेंटिंग कर 10 प्रतिशत कमीशन पर तकनीकि स्वीकृति जारी कर देते है, जिससे सम्बंधित क्षेत्र के जनपद सदस्यो को स्वीकृत कार्य की कोई जानकारी नहीं रहती है, तो जनपद सदस्य रहने का क्या औचित्य है। उनकी ऐसी भी शिकायत है जिस जगह पर उस काम की कोई आवश्यकता नहीं उस जगह का स्टीमेट बनवा कर तकनीकि स्वीकृति देकर बंदरबांट किया जाता है, समतल ग्राउंड पर भी समतलीकरण कि तकनीकी स्वीकृति दे दी गई है,

सत्ताधारी पार्टी में शामिल है बावजूद भी यह हमारा दुर्भाग्य है – भुवनेश्वर रजत

सत्ताधारी पार्टी के निर्माण सभापति भुवनेश्वर रजत द्वारा बताया गया कि वह निर्माण समिति के सभापति है पर उन्हें किसी प्रकार कि जानकारी से अवगत नहीं कराया जाता है ,तो उनका निर्माण समिति का सभापति रहने का क्या औचित्य है, उनके द्वारा सामान्य सभा कि बैठक में बात रखी गई थी जिसमें उपस्थित सभी सदस्यों द्वारा एक मतेन प्रस्ताव पारित किया गया। कि श्री खरे का स्थानांतरण किया जावे, परन्तु बड़ी विडंबना है कि जनपद पंचायत में जो प्रस्ताव लिए जाते हैं, पर उस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हो पाती। अतः वह कहते है की सहायक यंत्री श्री खरे को जनपद पंचायत बालाघाट से हटाकर बैहर, बिरसा क्षेत्रों में भिजवाया जावे। वही सत्ताधारी पार्टी के निर्माण समिति सभापति द्वारा यह भी बताया गया कि पहले भी उनके द्वारा एक प्रेस वार्ता के माध्यम से उन्हें हटाने की मांग की गई थी, किंतु जिला प्रशासन द्वारा उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है और अभी भी यदि इस ज्ञापन सौंपने के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती तो वह भूख हड़ताल का सहारा लेने के लिए बाध्य होंगे उन्होंने यह भी बताया कि आज उनकी सरकार है और वह सत्ताधारी पार्टी में शामिल है उसके बावजूद भी यह हमारा दुर्भाग्य है कि आज हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है

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