जिले में कोरोना संक्रमण कम होने के लगभग 52 दिनों के बाद जिला अदालत, जबलपुर में सीमित कामकाज शुरू हुआ। इसी के साथ वकीलों व पक्षकारों का आगमन होने लगा। जिसे देखते हुए जिला बार बिल्डिंग में सैनिटाइजेशन किया गया। अधिवक्ता तरुण कुमार रोहितास ने बताया कि उन्होंने जिला अधिवक्ता संघ की इमारत के कोने-कोने में सैनिटाइजेशन करवाया। इसके लिए निर्देशन देते रहे। सभागार से लेकर प्रत्येक वकील की सीट, टॉयलेट, बेसमेंट, पार्किंग, लिफ्ट आदि को इस प्रक्रिया में शामिल किया गया। परिसर में भी सफाई करवाई गई। इसके बाद वकीलों ने खुद को सुरिक्षत महसूस किया।
जिला बार, एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर नायक व सचिव राजेश तिवारी सहित अन्य पदाधिकारी सुबह से शाम तक वकीलों को मास्क लगाने प्रेरित करते रहे। परिसर में सिर्फ आवश्यक कार्य होने पर दाखिल होने की भी समझाइश दी गई। बिना काम घूमने वालों को चेतावनी दी गई।वकीलों के बीच परस्पर संवाद के जरिये हल निकालने पर जोर : हाई कोर्ट व जिला अदालत, जबलपुर के वकील परस्पर संवाद के जरिये कोरोना संक्रमण के कारण हुए नुकसान की भरपाई की दिशा में समाधान की कोशिश में जुटे हैं। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति दीपक वर्मा की तरह और भी समर्थ जनों की सहायता हासिल करने की कोशिश की जा रही है। बार के पदाधिकारियों का ध्यान इस तरफ आकृष्ट कराया जा रहा है। संकट के समय सामुदायिक भावना महत्वपूर्ण होती है। इसी भाव को प्रगाढ़ करने वरिष्ठ अधिवक्ताओं से संपक साधा जा रहा है। महाधिवक्ता से मुलाकात करके राज्य शासन व केंद्र शासन से सहायता दिलवाने की भी मांग उठाई जाएगीं। अधिवक्ता कल्याण के लिए जनहित याचिका भी दायर की गई है। इसके जरिये राष्ट्रीय आपदा अधिनियम का पालन करने पर जोर दिया गया है। उम्मीद है कि शीघ्र योजना बनेगी।