यह नईदुनिया का संकल्प रहा है कि वह सदैव सरोकारों के पक्ष में खड़ा रहा। समाज को चैतन्य बनाए रखने के लिए नईदुनिया ने हमेशा ऐसे अनूठे और दिलचस्प आयोजन किए जिनसे लोग जुड़े और उत्सवी उल्लास को अनुभूत किया। कभी योग में पूरे शहर को समवेत किया तो कभी वूमन स्कूटी रैली के माध्यम से महिलाओं के सशक्तीकरण का संदेश दिया। बात हुई जब उत्सवों की तो नईदुनिया के गरबा महोत्सव में श्रद्धा और भक्ति का ऐसा आनंद उमड़ा कि शहर उसमें सराबोर हो गया। नईदुनिया ने ‘फोरम’ जैसा गंभीर वैचारिक आयोजन भी किया, ताकि सरकारें उसे सुनें और अपनी नीति तय करें।
– महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए नईदुनिया ने वूमन स्कूटी रैली का आयोजन किया। इसमें शहर की नारी शक्ति ने बढ़-चढ़कर अपने हौसले का प्रदर्शन किया।
– नईदुनिया का गरबा आयोजन इंदौर शहर में उत्सव का पर्याय है। जब अभय प्रशाल में नवरात्र में गरबा होता है तो यहां पहुंचने वाला हर पांव उत्सवी उल्लास में थिरक उठता है।
– शहरवासियों को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने की सलाह देने को भी नईदुनिया ने अपनी जिम्मेदारी माना। इसी पवित्र उद्देश्य से ‘सेहत शाला’ का ऐसा आयोजन किया, जिसमें शहर उमड़ पड़ा। इस आयोजन को राष्ट्रीय अवार्ड भी मिला।
– सीमा पर तैनात रहकर देश की रक्षा करने वाले हमारे सैनिकों के सम्मान में नईदुनिया सदैव अग्रणी रहा। 10 मार्च 2018 को ‘सैनिक सम्मान” आयोजित कर उन्हें मान दिया।
– गंभीर विमर्श नईदुनिया की परंपरा रही है। इसी के तहत ‘फोरम’ आयोजन में भोपाल, रायपुर सहित अन्य शहरों में ज्वलंत वैचारिक आयोजन किए। 13 नवंबर 2017 को रायपुर में हुए विमर्श में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नईदुनिया व हमारे सहयोगी प्रकाशन दैनिक जागरण के प्रधान संपादक श्री संजय गुप्त व राजनीतिक संपादक श्री प्रशांत मिश्र उपस्थित रहे।
– समाज को जिन उद्यमियों ने अपने कठोर परिश्रम से नई दिशा दी, ऐसे कठोर परिश्रमी दिग्गजों को नईदुनिया ने वर्ष 2019 में ‘कैप्टंस ऑफ इंडस्ट्री’ से सम्मानित किया।
– मध्य प्रदेश ने जब लगातार पांच बार कृषि कर्मण अवार्ड जीता, तब नईदुनिया ने कॉफी टेबल बुक प्रकाशित कर वैचारिक आयोजन किया। भोपाल में हुए इस आयोजन में पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह, नईदुनिया के सहयोगी समूह दैनिक जागरण के चेयरमैन व एमडी श्री महेंद्र मोहन गुप्त, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व प्रबंध संपादक श्री तरुण गुप्त उपस्थित रहे।
– नईदुनिया ने लोकतंत्र और संविधान का सदैव सम्मान किया। इसी मंशा से वर्ष 2017 में संसदीय सम्मान आयोजित किया।