जिला मुख्यालय से लगे हुए कोसमी में पंचायत के बन्दरझिरिया में 4 मार्च को पूर्व जिला पंचायत सदस्य डाली दमाहे के शव का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान अंतिम संस्कार में उमड़े जनसैलाब ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। इस दौरान हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों ने जय भवानी जय अंबे के जयघोष के साथ ग्राम कोसमी से उनकी शवयात्रा निकाली।
सुबह करीब 11 बजे बाद श्री दमाहे के निवास से निकाली गई शव यह यात्रा, पीपल चौक से गोंदिया मुख्य मार्ग होते हुए सीधे बंदरझिया पहुंची जहां विधि विधान के साथ उनके शव का अंतिम संस्कार किया गया।
उनके परिजनों रिश्तेदारों उनके समर्थकों और आसपास के गांवों सहित दूर-दूर से आए सामाजिक बंधु भारी तादात में उपस्थित रहे जिन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
आपको बताएं कि 28 फरवरी की रात्रि श्री दमाहे पर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष संजीव भाऊ अग्रवाल सहित उनके 8-10 साथियों ने किसी बात को लेकर प्राणघातक हमला कर दिया था। जहां चाकू से किए गए। जिसके बाद इलाज के दौरान 3 मार्च को श्री दमाहे का निधन हो गया।
रात 9 बजे उनके शव को गोंदिया से उनके निज निवास गोगलाई लाया गया था ।जहां से रात्रि में ही उनके शव को कोसमी लाया गया जिसके बाद घटना को लेकर आक्रोशित समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन कर आरोपी संजीव भाऊ अग्रवाल सहित अन्य को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आक्रोश व्यक्त किया था।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य डाली दमाहे के निधन के बाद कोसमी निजी निवास से निकाली गई इस शव यात्रा को यादगार बनाने के लिए उनके समर्थकों द्वारा शव यात्रा के साथ-साथ चुनरी यात्रा भी निकाली गई। इस दौरान युवा जहां जय भवानी जय अंबे के झंडे लिए आगे आगे चलते नजर आए, तो वहीं शव यात्रा में शामिल माता बहनों और उनके समर्थकों ने चुनरी यात्रा निकालकर जय भवानी जय अंबे नारे लगाए ।इस शव यात्रा में आगे आगे डीजे में कीर्तन चलता रहा जिसके पीछे स्वर्गीय दमाहे की फोटो लगाकर एक रथ चलाया गया, जिसके पीछे हाथों में झंडे और चुनरी थामे लोग जय भवानी जय अंबे के उद्घोष के साथ चलते हुए नजर आए। जहां इस शव यात्रा के साथ पूरा माहौल भक्तिमय नजर आया।वहीं हजारों की संख्या लोगों का हुजूम शव यात्रा देखने के लिए उमड़ा रहा जिसमें स्थानी जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए।