जहरीली गैस के रिसाव से तीन सगे भाई सहित पांच लोगों की मौत !

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जिले के बिरसा तहसील मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर भूतना पंचायत के अंतर्गत आने वाले कूदान गांव में बुधवार को बेहद हृदय विदारक घटना घटित हो गई जब कुए की सफाई करने उतरे 5 लोगों की जहरीली गैस के रिसाव से मौत हो गई। इस घटना के दौरान ग्रामीणों द्वारा बिरसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को जानकारी दी गई एंबुलेंस मंगवाई गई लेकिन समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचने के विरोध में ग्रामीणों ने अस्पताल के बाहर चक्का जाम करते भी जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

जानकारी के अनुसार बुधवार की दोपहर को पुतला पंचायत के अंतर्गत आने वाले वनांचल क्षेत्र में बसे कुदाल गांव के जंगल के भीतर स्थित सार्वजनिक हुए की सफाई के लिए मुन्ना पिता लेखराम खुरचादे उम्र 20 वर्ष कुएं में उतरा, लेकिन कुए के भीतर बन रही जहरीली गैस की वजह से उसका दम घुटने लगा। थोड़ी देर में कुए के भीतर गए मुन्ना की बाहर आवाज नहीं आई इस बात को देखते हुए कूड़े के बाहर खड़े मुन्ना के दो भाई सगे पुनीत उम्र 30 वर्ष और कुन्नू उम्र 28 वर्ष चिंतित हो गए।

फिर क्या था छोटे भाई की तलाश में सबसे बड़ा भाई पुनीत कुएं में उतर गया लेकिन कुए की भीतर बन रही जमीनी किसने मन्नू की तरह पुनीत को भी अपनी चपेट में ले लिया।

कुए के बाहर खड़े पुनीत और मन्नू के तीसरे भाई कुन्नू की चिंता बढ़ गई दोनों भाइयों की तरह वह भी कोई के भीतर बिना किसी जानकारी लिए उतर गया फिर क्या था जहरीली गैस की चपेट में वह भी आ गया कुए के पास ही खड़े गांव के अन्य दो युवक रामेश्वर पिता लाजी उम्र 20 वर्ष और तीजलाल पिता सुखराम मरकाम उम्र 28 वर्ष भी एक-एक करके कोई उतर गए लेकिन कोई भी कुएं से बाहर नहीं आया।

यह बात भूतना पंचायत और पूरे कुदान गांव में जंगल में आग की तरह फैल गई।ब हर कोई कोशिश करने लगा कि कुए के भीतर गए 5 लोगों को कैसे बाहर निकाला जाए। इस बीच कुदान गाँव के एक और युवक पालकराम उम्र 32 वर्ष ने हिम्मत दिखाई और कुएं में उतर गया।

लेकिन थोड़ी देर में ही उसकी भी हौसले पस्त होने लगे सांस लेने में परेशानी होने लगी जैसे तैसे उसने बाहर खड़े लोगों को आवाज लगाई। गांव के लोगों ने बमुश्किल सभी अच्छे लोगों को पूरे से बाहर निकाला एंबुलेंस को सूचना दी।

लेकिन काफी देर बाद भी बिरसा अस्पताल से एंबुलेंस नहीं पहुंची लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा जैसे तैसे सभी को बिरसा सामुदायिक अस्पताल लाया गया।

इस दौरान अस्पताल के स्टाफ ने सभी घायलों को ऑक्सीजन सिलेंडर लगाया लेकिन थोड़ी देर में ही अस्पताल के भीतर से सूचना आई कि कुदान गाँव के लेखराम खुरचांदे के तीन सगे बेटे पुनीत , कुन्नू और मन्नू सहित तामेश्वर और तीजलाल की मौत हो गई है।

इस घटना के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए पालकराम को इलाज के लिए जिला अस्पताल रिफर किया गया है।

गांव के भीतर एक साथ 5 लोगों की मौत और स्वास्थ विभाग द्वारा दिखाई गई लापरवाही एंबुलेंस भेजने के साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर समय पर उपलब्ध नहीं होने का आरोप लगाते हुए भूतना पंचायत और कुदान गांव के लोगों ने अस्पताल के बाहर चक्का जाम करते हुए विरोध प्रदर्शन किया

मौके की नजाकत को भांपते हुए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी बिरसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और गांव के लोगों को समझाइश दी की जहरीली गैस के रिसाव की वजह से यह पूरा घटनाक्रम घटित हुआ है।

निश्चिती इस घटना की जानकारी जैसे-जैसे बिरसा से निकलकर जिला मुख्यालय और अन्य स्थानों पर पहुंची हर कोई स्तब्ध रह गया। आखिरकार यह कैसे घटना हो गई कैसे कुएं में जहरीली गैस का रिसाव होता है। लोगों को कुएं के भीतर उतरने के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए।

भीषण गर्मी और बारिश शुरुआती दौर में जमीन के भीतर मीथेन गैस का रिसाव होना एक सामान्य प्रक्रिया है। प्रशासन बीते कई वर्षों से इस बात की अपील करता आ रहा है कि बंद पड़े कुएं के भीतर उतरने से पहले इस बात की पुख्ता जानकारी ले लेगी कुए के भीतर गैस का रिसाव तो नहीं हो रहा है। लेकिन थोड़ी सी लापरवाही लोगों की जान पर बना आ रही है। जिस कारण बुधवार को भूतना के कुदान गाँव मे 5 लोगो की मौत हो गई।

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