तीन नए कृषि कानूनों को खत्म करने को लेकर लंबे समय से चल रहा किसान आंदोलन अब संभवत: अंतिम मोड पर पहुंच चुका है। आज शुक्रवार को किसान संगठनों और सरकार के बीच में एक और दौर की बातचीत हो रही है। किसानों और सरकार के बीच बैठक से पहले कृषि मंत्री ने उम्मीद जताई है कि पूरी चर्चा सकारात्मक दिशा में होगी और हो सकता है कि आज की बैठक के बाद इसका हल निकाल लिया जाएगा। इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को नानकसर के प्रमुख बाबा लक्खा सिंह से भी मुलाकात की थी। बाबा लक्खा सिंह से मुलाकात के बाद इस बात की उम्मीद ज्यादा लग रही है कि किसान संगठन अपना आंदोलन खत्म कर देंगे। दरअसल बाबा लक्खा सिंह के फॉर्मूले को लेकर दोनों पक्षों में सहमति बनती दिख रही है, हालांकि अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
आखिर कौन है बाबा लक्खा सिंह
बाबा लक्खा सिंह राजनीतिक शख्सियत नहीं है। पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यों में अनेक नानकसर गुरुद्वारे हैं। इन सभी गुरुद्वारों की प्रबंधक कमेटी के प्रमुख बाबा लक्खा सिंह है। बाबा लक्खा सिंह की सिख समुदाय में अच्छी पकड़ हैं और सिख समुदाय भी उनकी बात पर काफी भरोसा करता है। गुरुवार को जब केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बाबा लक्खा सिंह से मुलाकात की थी तो बाबा ने खुद किसान के मुद्दों पर बात की और सरकार और किसानों के बीच मध्यस्थता करने की पेशकश की। बाबा लक्खा सिंह ने कृषि मंत्री से कहा कि वे दोनों पक्षों में समझौता करवाने के लिए तैयार है और इसके लिए उन्होंने सरकार और किसान संगठनों को कुछ सुझाव भी दिए हैं।