पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के दावेदारी के लिए कलह जारी है, वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी भी पंजाब में पूर्व हास्य कलाकार व सांसद भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश किया है। इससे पहले भगवंत मान के आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनने से पंजाब की राजनीति भी दिलचस्प मोड़ पर पहुंच आ गया था। अब भगवंत मान के समर्थक उन्हें पंजाब में लगातार मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर पेश करने की मांग कर रहे थे
जानें भगवंत मान का सियासी सफरभगवंत मान को बीते साल आम आदमी पार्टी ने पंजाब का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था। भगवंत मान आम आदमी पार्टी के एकमात्र लोकसभा सांसद हैं, जो पंजाब से चुने गए हैं। 2014 का लोकसभा चुनाव भी भगवंत मान ने जीता था और उसके बाद दूसरी बार भी भगवंत मान लोकसभा चुनाव जीतने में सफल रहे है।
राजनीति के चलते बिखरा भगवंत मान का परिवारभगवंत मान का कहना है कि राजनीति में आने से बहुत कुछ खोना पड़ा। भगवंत मान का पत्नी से साल 2015 में ही तलाक हो गया था। कुछ समय तक तो बच्चों के संपर्क में रहे थे, लेकिन अब भगवंत मान बताते हैं कि कि बच्चे भी उससे बात नहीं करते। भगवंत मान ने खुद एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि मैं अब अपने बच्चों से फोन पर भी बात नहीं करता। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि मैं अपने परिवार को समय नहीं दे पाता, जिसके कारण मुझसे परिवार ने दूरी बना ली हो। भगवंत मान ने कहा था कि हमने आपसी सहमति से तलाक ले लिया था।
पूरा पंजाब ही अब मेरा परिवारभगवंत मान ने कहा था कि कई सालों तक उन्होंने अपने बच्चों और पत्नी से फोन पर भी बात नहीं की। अब सब मुझे अलग हो चुके हैं और वे अब पंजाब को अपना पूरा परिवार मानते हैं।जाने माने कॉमेडियन थे भगवंत मानभगवंत मान ने अपने करियर की शुरुआत एक कॉमेडियन के तौर पर की थी। कई स्टेज शो और फिल्मों में काम करके उन्होंने नाम कमाया था। लेकिन बाद में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। भगवंत मान अब 48 साल के हो चुके हैं और परिवार में एक लड़का और एक लड़की है, जो अब विदेश में रहते हैं। दोनों बच्चों ने विदेशी नागरिकता ले ली है।
शराब के कारण रहे विवादों मेंएक बार भगवंत मान पर शराब पीकर संसद पहुंचने का आरोप लगा था। इस विवाद के चलते साल 2019 में भगवंत मान ने आम आदमी पार्टी की जनसभा में शपथ ली थी कि वह फिर कभी शराब नहीं पीएंगे। तब भगवंत मान अपनी मां के साथ मंच पर आए और अपनी मां को कसम खाई और कहा था कि मां, मैंने 1 जनवरी से पूरी तरह से शराब छोड़ दी है, अब मैं इसे कभी नहीं छूऊंगा।