नगर मुख्यालय स्थित हाई स्कूल मैदान में गत १७ अगस्त से जारी जिला स्तरीय दो दिवसीय शालेय कबड्डी प्रतियोगिता का १८ अगस्त को समापन किया गया परन्तु १८ अगस्त को दोपहर में रूक-रूक कर हुई रिमझिम बारिश के कारण खेल मैदान में कीचड़ हो जाने से खिलाडिय़ों को कबड्डी खेलने में परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। जिस पर खिलाडिय़ों ने आयोजन समिति की व्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिला स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता के हिसाब से खेल मैदान नही था बावजूद उसके प्रशासन के द्वारा बालक-बालिका शालेय कबड्डी प्रतियोगिता का लालबर्रा हाई स्कूल के खेल मैदान में आयोजित किया गया जो गलत है क्योंकि खिलाडिय़ों को अच्छा खेल मैदान मिलना चाहिए ताकि वह अपने खेल का कौशल प्रदर्शन कर सके परन्तु हम लोगों को कीचडऩुमा मैदान में कबड्डी खेलना पड़ा जिसके कारण दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा है। इस दो दिवसीय जिला स्तरीय शालेय कबड्डी प्रतियोगिता में जिले के ७ विकासखण्ड के स्कूल के बालक-बालिका वर्ग में १४, १७ व १९ वर्ग की कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें १७ अगस्त को बालिका वर्ग की कबड्डी प्रतियोगिता संपन्न हुई और तीन वर्ग से १२-१२ खिलाडिय़ों का संभाग स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया एवं १८ अगस्त को १४, १७ व १९ वर्ष के छात्रों की कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई और उत्कृष्ट कबड्डी खेलने वाले खिलाडिय़ों का संभाग स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता के लिए तीन वर्ग से ३६ खिलाडिय़ों का चयन किया गया है जो आगामी समय में संभाग स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व करेगें। आपकों बता दे कि लालबर्रा मुख्यालय में एक मात्र हाई स्कूल का खेल मैदान है परन्तु उस खेल मैदान पर स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन का कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिसके कारण खेल मैदान का खस्ताहाल होने लगा है और बारिश के दिनों में कीचड़ होने से खिलाडिय़ों को अपने खेल का प्रैक्टिस करने में खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे खिलाडिय़ों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्रीय खिलाडिय़ों ने सर्वसुविधायुक्त खेल मैदान का निर्माण करवाये जाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।