देश भर की समस्त पंचायतों में होने वाले मनरेगा कार्यों को नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम में अपडेट किए जाने के निर्देश केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश के माध्यम से सभी पंचायतों को दिए गए हैं। लेकिन इस सिस्टम में कार्य करने में पंचायतों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते कार्य समय पर नहीं हो पा रहे हैं तो वही तकनीकी समस्या आने के चलते मजदूरों की हाजिरी भी नहीं लग पा रही है। नेशनल मॉनिटरिंग सिस्टम की समस्याओं को लेकर जिला पंचायत सरपंच संघ के समस्त पदाधिकारियों ने एनएमएस सिस्टम के बहिष्कार का ऐलान करते हुए आज रविवार से जिले के सभी पंचायतों में ताला जड़ दिया ।जिन्होंने नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम को हटाए जाने, पंचायती राज अधिनियम 1943 में सरपंचों को पूर्व मे प्रदान की गई शक्तियों को वापस दिए जाने, सहित वर्षों से लंबित अपनी 9 सूत्रीय मांगों मांगे अब तक पूरी ना होने पर नाराजगी जताते हुए प्रदेश संगठन के आह्वान पर आज अपनी अपनी पंचायतों में ताला जड़ दिया और रविवार से सभी सरपंच ,सचिव ,और रोजगार सहायको ने सामूहिक रूप से काम बंद कलम बंद हड़ताल शुरू कर दी है। जहां संगठन द्वारा बीजेपी की विकास यात्रा पर तंज कसते हुए उनकी नीतियों का विरोध किया गया है तो वहीं उन्होंने मांग पूरी ना होने तक उनका यह आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है ।
Byte गौरीशंकर मोहारे ,सरपंच (खैरी)
आपको बताए की पंचायती राज अधिनियम 1943 में सरपंचों को पूर्व मे प्रदान की गई शक्तियों को वापस दिए जाने, और नेशनल मोबाइल ट्रैकिंग सिस्टम को बंद करने सहित अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव और रोजगार सहायकों ने सामूहिक रूप से कार्य बंद ,कलम बंद कर हड़ताल किए जाने की चेतावनी पहले ही ज्ञापन के माध्यम से जिला प्रशासन को दे दी थी जहां 4 फरवरी तक उनकी मांगे पूरी किए जाने की गुहार लगाई गई थी ।जहां मांग पूरी ना होने पर आज समस्त पंचायतों के सरपंच सचिव और रोजगार सहायकों ने 5 फरवरी से पंचायतों में ताला जड़कर काम बंद कलम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। जिन्होंने मांग पूरी ना होने तक उनकी यह अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहने और हड़ताल के दरमियान शासन प्रशासन के किसी भी कार्य में सहयोग न किए जाने की चेतावनी दी है।










































