जिले भर में आंधी तूफान के साथ गिरे ओले, हुई झमाझम बारिश

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मार्च माह के बढ़े हुए तापमान के बीच शनिवार की शाम एकाएक मौसम में परिवर्तन आ गया। जहां दोपहर के बाद नीले आसमान को काले बादलों ने घेरना शुरू कर दिया और बादलों की गड़गड़ाहट के बीच तेज आंधी तूफान के साथ बे मौसम बारिश शुरू हो गई। जहां शुष्क ठंड हवाओं के बीच बिजली की चमक और बादलों की गड़गड़ाहट के बीच जिले भर में जहा तहाँ ओले गिरे ,तो वही झमाझम बारिश भी देखने को मिली।अचानक मौसम में आए इसी बदलाव के बीच मौसम विभाग ने नगर का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया।तो वही न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। मौसम में आए इसी अचानक बदलाव के बीच मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों तक मौसम की कुछ इसी तरह बने रहने ,तापमान में नमी के साथ बीच-बीच में जिले भर में हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। हालांकि जिलेभर में हो रही यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। जहां जिले भर में हुई इस बे- मौसम बारिश ने किसानों के चेहरों पर एक बार फिर मुस्कान बिखेर दी है।

गर्मी के अहसास के बीच ठंडक घोल गई बे-मौसम बारिश
शनिवार की शाम एकाएक मौसम परिवर्तन से बारिश की तरह मंजर दिखाई दिया। जहा नीले आसमान में काले बादल छाने लगे और तेज हवाओं के साथ आसमानी बिजली की चमक व बादलों गड़ागड़ाहट के साथ बारिश हुई। वहीं बालाघाट और लालबर्रा क्षेत्र में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। मौसम के इस एकाएक परिवर्तन ने विगत कुछ दिनों से ग्रीष्म ऋतु के अहसास को भी कम किया।नगर में शाम पांच बजे के बाद बारिश के साथ ओलो की जमकर बरसात हुई। जिससे देखते ही देखते पूरी सड़के सुनसान हो गई। फिलहाल मौसम विज्ञान के अनुसार इस समय पूर्वी विदर्भ से लेकर उत्तरी तटीय तक एक ट्रफ लेयर गुजर रही है, जिसके कारण दक्षिण-पूर्वी हवाएं, पूर्वी मध्यप्रदेश में नमी ला रही है। इन चक्रवती हवाओं के प्रभाव के चलते पूर्वी मध्यप्रदेश में 72 घंटो तक मौसम बिगड़ने की संभावना है। इसी के चलते मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। मौसम में परिवर्तन होने से तापमान में भी गिरावट महसुस की गई है। वही बे मौसम बारिश ने एक बार फिर मौसम को सुहाना बना दिया है।

बे-मौसम बारिश से किसानों को फायदा
शनिवार की शाम जिले भर में हुई इस बे मौसम बारिश ने जहां एक ओर जिले में लगातार बढ़ते जा रहे तापमान को धराशाई कर दिया है।तो वहीं दूसरी ओर जिले भर में हुई बे मौसम बारिश से किसानों के चेहरे एक बार फिर खिल उठे हैं। जहां रबी में मुख्यता: धान की फसल लगाने वाले किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए जैसे तैसे पानी का जतन कर रहे थे। लेकिन भारी उम्मस और गर्मी अधिक होने के चलते फसलों को पानी भी नहीं पुर पा रहा था। तो वही कई क्षेत्रों में नहर बंद करके रखी गई है।जहा नहर से पानी ना मिलने के चलते किसान खासे परेशान थे।जहां आज शनिवार की शाम हुई इस बे मौसम बारिश ने किसानों के चेहरे पर एक बार फिर मुस्कान बिखेर दी है तो वही किसान इसी तरह दो-तीन दिनों की बारिश की राह देख रहे हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार को हुई बारिश से किसानों की किसी भी फसल को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है लेकिन यदि यह बारिश लंबी समय तक बरकरार रहती है तो फिर दलहनी फसलों को नुकसान हो सकता है लेकिन फिलहाल किसान इस बारिश से काफी खुश है।

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