ट्रांसपोर्टरों ने कोतवाली थाने पहुंचकर दर्ज करवाई धोखाधड़ी की शिकायत ,
कोतवाली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए की एफआईआर दर्ज,
जिले में नौ ट्रांसपोर्टरों के साथ हुई 18 लाख रुपये की धोखाधड़ी होने का मामला प्रकाश में आया है शुक्रवार को ट्रांसपोर्टरों की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर मामले को जांच में लिया है। जानकारी के अनुसार, नागरिक आपूर्ति निगम ने वर्ष 2022 में प्रदेशभर के सरकार गोदामाें में चावल ढुलाई के लिए छतरपुर की याशिका रोड लाइंस को जिम्मा सौंपा था। याशिका रोड लाइंस ने फरवरी 2022 में बालाघाट जिले के नौ ट्रांसपोर्टरों को चावल ढुलाई का काम दिया था, लेकिन काम पूरा होने के डेढ़ साल भी ट्रांसपोर्टरों को लगभग 18 लाख 34 हजार 740 रुपये का भुगतान नहीं किया गया। ट्रांसपोर्टर छह महीने से अपने पैसों की मांग कर रहे थे। वहीं, रोड लाइन मालिकों की ओर से लगातार झूठे आश्वासन मिल रहे थे। शुक्रवार को ट्रांसपोर्टरों की शिकायत कोतवाली पुलिस ने छतरपुर निवासी नीरज चौरसिया, विकास केसरवानी और सूर्यप्रताप सिंह के खिलाफ धारा 420, 120बी, 34 आइपीसी के तहत मामला पंजीबद्ध किया है। जिसमे जिले के यह ट्रांसपोर्टरों का कितना भुगतान अटका हुआ है जिसमे न्यू दिल्ली हरियाणा ट्रांसपोर्ट- 3,99,264 रुपये , सम्राट ट्रांसपोर्ट- 1,87,833 रुपये,हीरा रोड लाइंस- 2,08,956 रुपये, न्यू भाटिया ट्रांसपोर्ट कंपनी- 3,58,870 रुपये, विमल ट्रांसपोर्ट वारासिवनी- 2,36,848 रुपये, विजय रोड लाइंस- 1,02,103 रुपये, न्यू सैय्यद रोडवेज- 2,52,210 रुपये, एमपी महाराष्ट्र ट्रांसपोर्ट- 12,564 रुपये, एसआर ट्रांसपोर्ट- 76,092 रुपये बाकि है
हीरा रोड लाइंस के संचालक हीरा सिंह भाटिया ने बताया कि चावल ढुलाई का काम नागरिक आपूर्ति निगम का था, इसलिए हमने विश्वास करते हुए माल ढुलाई का काम ले लिया। शुरुआती एक महीने तक हमें हमारा भुगतान मिला, लेकिन उसके बाद अलग-अलग बहाने बताकर पैसे नहीं दिए गए। हमें लगभग 28 लाख रुपये का भुगतान होना था। बार-बार बोलने के बाद याशिका रोड लाइंस ने हमें 28 लाख रुपये का चेक तो दिया, लेकिन वह चेक बाउंस हो गया। हमें सिर्फ दस लाख रुपये का ही भुगतान हो पाया है। जबकि हमें ट्रक मालिकोंं को बड़ी राशि देनी है। नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा हमारा भुगतान याशिका रोड लाइंस को कर दिया गया है, लेकिन याशिका रोड लाइंस हमें हमारा पैसा नहीं दे रही है, जिससे हमें मानसिक व आर्थिक रूप से परेशान होना पड़ रहा है। कोतवाली पुलिस के मुताबिक, जिले के ट्रांसपोर्टरों के साथ धोखाधड़ी करने वाले आरोपित आदतन अपराधी हैं। इनके खिलाफ हाल ही में रीवा के सिविल लाइन सहित अलग-अलग थानों में इसी तरह की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज है और फरार घोषित है। पुलिस जल्द ही इनकी पतासाजी के लिए विशेष टीम बनाएगी और विभिन्न ठिकानों पर दबिश देगी। ट्रांसपोर्ट ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष पूरन सिंह भाटिया द्वारा बताया गया की हमने विश्वास जताते हुए चावल ढुलाई का काम किया था। रोड लाइंस वाले हमें महीनों से धोखा दे रहे हैं। हमारे द्वारा छतरपुर, इंदौर, झाबुआ जैसे शहरों में माल पहुंचाया गया था। हम ट्रक मालिकों को पैसे नहीं दे पा रहे हैं। रोड लाइंस वालों ने न एडवांस दिया और न ही भाड़ा दिया है। जिसको लेकर के उन्होंने कोतवाली थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है और वह चाहते हैं कि उनका एवं अन्य ट्रक एसोसिएशन का बकाया पैसा जल्द से जल्द उन्हें लौटाया जाए जिसमें उन्हें प्रशासन उनकी पूर्णता मदद कर रहा है
टीम गठित कर इनकी गिरफ्तारी की जाएगी- के.एस. गेहलोत
कोतवाली थाना प्रभारी के.एस. गेहलोत द्वारा बताया गया की ट्रक एसोसिएशन द्वारा चावल ढुलाई का काम विभाग ठेके पर देता है। इसका काम छतरपुर की याशिका रोड लाइंस को दिया गया था, जिसने बालाघाट जिले के नौ ट्रांसपोर्टरों से माल ढुलाई कराया, लेकिन 18 लाख से अधिक का भुगतान नहीं किया है। शिकायत पर छतरपुर निवासी नीरज चौरसिया, विकास केसरवानी और सूर्यप्रताप सिंह के खिलाफ धारा 420, 120बी, 34 आइपीसी के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। वहीं थाना प्रभारी द्वारा यह भी बताया गया कि यह लोग काफी फ्रॉड करते हैं और इन पर अन्य जिलों में भी अपराध दर्ज है कुछ थानों की पुलिस भी इन्हे तलाश कर रही है जिनकी कोतवाली पुलिस द्वारा भी टीम गठित कर इनकी गिरफ्तारी की जाएगी