डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ सफेद कपड़ो में बीमारों की मदद कर रहे भगवान से कम नहीं है। वह हमारे कोरोना योद्धा है उनका सम्मान करें इस तरह की न जाने कितनी उपमा से संक्रमण काल के दौरान संकट की घड़ी में खड़े चिकित्सा कर्मियों का सम्मान करे। ऐसा कहने वाली सरकार ने संक्रमण की रफ्तार कम होता देख उन्हें ऐसे कोरोना योद्धा को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
इन स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा शुक्रवार को कोरोना संक्रमण काल के दौरान महत्वपूर्ण तौर से उपयोग आने वाली पीपीई कीट पहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान उन्होंने माना कि उनके द्वारा संकट की घड़ी में फ्रंट पर रहकर काम किया गया है। अब सरकार बजट का हवाला देकर कोविड-19 के दौरान लिए गए स्वास्थ्य कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा रही है।
जिले की भीतर 25 चिकित्सक सहित 50 लोगों का स्टाफ शामिल है। जिन्हें 31 मार्च 2022 को नौकरी से बाहर कर दिया गया।