उत्तर भारत के तरफ से आ रही सर्द हवाओं से पूरे प्रदेश में लगातार सिहरन बढ़ने लगी है। इसी क्रम में रविवार को प्रदेश में सबसे कम 13.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रायसेन में दर्ज किया गया। रायसेन सहित आठ शहरों राजगढ़, छिंदवाड़ा, बैतूल, नौगांव, रीवा, मलाजखंड एवं उमरिया में रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। हालांकि यह शनिवार के न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 0.7 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। हिल स्टेशन पचमढ़ी में दूसरे दिन भी पारा 11.2 डिग्री सेल्सियस पर रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रात के तापमान में धीरे-धीरे कमी आने का सिलसिला अभी बने रहने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचएस पांडे ने बताया कि वर्तमान में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। वातावरण में नमी काफी कम रहने के कारण मौसम पूरी तरह से शुष्क बना हुआ है। रात के समय उत्तरी हवाएं चलने लगती हैं। इस वजह से न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे गिरावट का सिलसिला बना हुआ है।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में दिन के समय तो हवा का रुख कभी पश्चिमी तो कभी दक्षिणी हो जाता है, लेकिन शाम ढलते ही हवा का रुख उत्तरी, उत्तर-पूर्वी या उत्तर-पश्चिमी हो जाता है। उत्तर भारत की तरफ से आने वाली सर्द हवाओं के कारण ही पूरे प्रदेश में धीरे-धीरे सिहरन बढ़ने लगी है। इस तरह का सिलसिला अभी बना रहने की संभावना है। हालांकि एक पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में सक्रिय हो गया है। इसके आगे बढ़ने के बाद उत्तर भारत के मौसम में मामूली बदलाव आ सकता है।