इन दिनों कई कर्मचारी आपदा में आपदा के समय में लोगों को अपनी दुर्भावना का शिकार करते नजर आ रहे हैं। यहां पर प्रशासन का कुछ ऐसा ही कारनामा देखने को मिला है। जहां पर किसी के पॉजिटिव नहीं होने के बावजूद हराना कस्बे में पटवारी, पंचायत सचिव व रोजगार सहायक ने एक मकान को कंटेंदमेंट जोन घोषित कर दिया। दूसरे दिन जब संबंधित ने अपनी जांच कराने के बाद अमले को अपनी निगेटिव रिपोर्ट सौंपी तब जाकर मकान को कंटेंनमेंट जोन से बाहर किया गया। संबंधित ने मामले की शिकायत लीमाचौहान थाने में की है।
जानकारी के मुताबिक हराना निवासी धर्मेद्र पिता रमेशचंद्र श्रीवास्तव ने लीमाचौहान थाने में लिखित शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि बुधवार दोपहर बाद पटवारी आत्माराम वर्मा, पंचायत सचिव सुजानसिंह व रोजगार सहायक कैलाशचंद्र सेन ने हराना बस स्टैंड पर स्थित मेरे स्वामित्व के निज मका पर कोविड 19 का पर्चा लगाया है व प्रतिबंधित मकान में प्रवेश निषेध घोषित किया गया है। जबकि मेरे घर में निवासरत सभी सदस्य सामान्य रूप से स्वस्थ्य हैं। परिवार का कोई भी सदस्य कोविड 19 पॉजिटिव नहीं है। मेरे मकान के आसपास भी कोई कोविड 19 का मरीज निवासरत नहीं है। ऐसे में दुर्भावनापूर्वक मुझे व्यवसायिक नुकसान पहुंचाने व समाज में मेरे प्रति घ्रणा का भाव पैदा करने की दुर्भावना से ग्रस्त होकर उक्त प्रशासनिक कर्मचारियों ने मेने मकान कोकंटेंनमेंट बनाया है। इसका असर यह हुआ है कि मुझे व्यवसायिक हानि हुई है। ऐसे में तीनों कर्मचारियों के खिलाफ भादिवि की विधि सम्मत धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया जाए।