शहर के बुनियादी प्रशिक्षण संस्थान डाइट स्कूल को शासन द्वारा अंग्रेजी माध्यम स्कूल तो बना दिया गया है लेकिन यहां पर संचालित होने वाली गतिविधियां अब भी कहीं से अंग्रेजी माध्यम के किसी निजी स्कूल की तरह नहीं हो पाई है।
आज भी डाइट स्कूल 20 साल पहले किस सरकारी हिंदी स्कूल की तरह संचालित हो रहा है हालात इतने अधिक खराब है कि स्कूल प्रांगण और आसपास के परिसर की सफाई तक नहीं हो पा रही है नतीजा अब झाड़ियां इतनी बड़ी हो गई है उसके कारण खिड़कियों से कक्षाओं तक उजाला नहीं पहुंच पा रहा।
वहीं दूसरी ओर इन झाड़ियों की वजह से कीट पतंग मच्छर और अन्य जीव जंतु के पनपने के कारण पूरे समय स्कूल में पहुंचने वाले नौनिहालों के साथी स्कूल स्टाफ को भी डर बना रहता है।
ऐसा नहीं है कि स्कूल स्टाफ ने इस विषय में नगरपालिका को जानकारी नहीं दी हो लेकिन अन्य काम की तरह नपा द्वारा यहां भी लापरवाही और उदासीनता दिखाई जा रही है जिससे शासन का अंग्रेजी माध्यम के स्कूल का सपना तो पूरा हो गया लेकिन व्यवस्थाएं आज भी जस की तस बनी हुई है।