पिटोल बायपास रोड बैतूल-अहमदाबाद हाईवे पर स्थित नेशनल पेट्रोल पंप पर रात करीब रविवार 11.30 बजे सीएनजी भाव को लेकर कुछ युवकों व पेट्रोल पम्प के कर्मचारी के बीच पहले बहस हुई और उसके बाद मारपीट हुई। बीचबाचव करने आए एक युवक की चाकू से गोद कर हत्या कर दी गई। पिटोल के व्यापारियों ने इस हत्या का विरोध किया। उन्होंने अपनी दुकानें बंद रखीं। उन्होंने हत्यारों को फांसी देने की मांग की।
युवक विनोद पिता मिट्ठू मेडा निवासी ग्राम कालिया बड़ा की गुजरात के संप्रदाय विशेष के बदमाशों ने हत्या कर दी। जिला अस्पताल में सुरक्षा गार्ड के पद पर पदस्थ विनोद रात में 11 बजे के आसपास पेट्रोल पंप पर अपनी मोटरसाइकिल में पेट्रोल भरवाने के लिए गया था। तभी वहां गुजरात गोधरा के कुछ लोग सीएनजी गैस कम-ज्यादा भरने के की बात पर पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से विवाद करने लगे। ऐसे में विनोद ने विवाद करने वाले लोगों को समझाने की कोशिश की , क्योंकि जिन कर्मचारियों से विवाद हो रहा था वह स्थानीय और उसकी पहचान के थे।
विवाद बढ़ गया
ज्यादा विवाद ना बढ़े इसलिए विनोद ने बीच-बचाव कर समझाने की कोशिश की। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों में मारपीट की नौबत आई। तब जैसे-तैसे मामला शांत किया और अपराधी पेट्रोल पंप परिसर में गाड़ी में बैठकर जाने लगे। कुछ आगे जाकर वे गाड़ी रोककर उतरे और ताबड़तोड़ विनोद के शरीर पर चाकुओं से वार कर दिए। जिससे विनोद की मौके पर ही मौत हो गई।
जैसे ही मौत की खबर आसपास की होटल वालों एवं राहगीरों को मिली तो लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस को तुरंत सूचना दी गई, और घेराबंदी कर अपराधियों को पकड़ने की कोशिश की गई जिसमें चार अपराधियों को पकड़ा गया है । चार अपराधी फरार हो गए। विनोद के शव को जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
जन आक्रोश दिखाई दिया
इस जघन्य अपराध के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए हिंदू संगठनों ने दोपहर 1 बजे संपूर्ण पिटोल नगर को बंद कराया दिया। स्थानीय बस स्टैंड से सभी धर्म वर्ग समाज के लोगों ने रैली के रूप में जाकर पिटोल पुलिस चौकी पर पुलिस अधीक्षक के नाम झाबुआ के एसडीओपी इडला मोर्य को ज्ञापन सौंपा । इसमें हत्यारेां को शीघ्र फांसी की मांग की।
मृतक के स्वजनों का बुरा हाल था
जैसे ही रात को परिजनों को सूचना मिली कि विनोद की पेट्रोल पंप पर हत्या हो गई है। तब से ही मृतक विनोद की पत्नि एवं स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वही आदिवासी समाज के नेतृत्व करने वाले नेताओं का कहना है कि कि मृतक की पत्नी को कुछ आर्थिक सहायता दी जाए एवं किसी को शासकीय नौकरी दी जाए।
कत्ल खानों को बंद कराने की मांग की गई
समस्त सभी धर्म वर्ग के समाज जनों द्वारा पिटोल में गांव के हर कोने हर गली मोहल्ले में चल रहे अवैध कसाई खानों को बंद करने की मांग की गई। मांग की गई कि पुलिस विभाग द्वारा इनका वेरिफिकेशन किया जाए कि यह लोग कहां से आते हैं और क्या हैं। वहीं पिटोल से 2 किलोमीटर दूर कुंदनपुर रोड़ पर सूत्रों की मानें तो वहां पर छोटे-बड़े जानवरों को काटकर उनका विक्रय भी किया जाता है। कई बार पुलिस को ध्यान आकर्षित कराने के बाद भी अभी तक कार्रवाई नहीं हुई
अपराधी बच नहीं पाएंगे
झाबुआ एसडीओपी ईडला मौर्य का कहना है कि घटना को अंजाम देने वाले 4 अपराधी गिरफ्तार हुए हैं। 2 अस्पताल में भर्ती हैं और दो थाना झाबुआ में लॉकअप में है। पुलिस टीम द्वारा दबिश दी जा रही है। बाकी अपराधियों को अति शीघ्र गिरफ्तार करेंगे और कड़ी से कड़ी सजा देने के लिए प्रयास करेंगे।