ग्राम पंचायत झालीवाड़ा अंर्तगत आने वाली राज टोली में बीते दिवस एक बार फिर बाघ की आमद हुई है। जिसकी बकायदा शिकायत इस टोली के वासियों ने अपने ग्राम सरपंच प्रतिनिधि को दी है। जिनके द्वारा इस संबंध में वन विभाग को सूचित कर दिया गया है। यहां यह बताना लाजमी है कि करीब १ माह से लगातार बाघ का आतंक है जिसके द्वारा एक गाय का शिकार भी किया गया है। ग्रामवासी रात्री में अपने अपने घरों के सामने अग्रि जलाकर रह रहे है वे बाहर निकलने से भी कतरा रहे है।
२५ फरवरी को बोदलकसा से झालीवाड़ा मार्ग के बीच बैठा था बाघ – महेन्द्र ठाकरे
इस संबंध में पद्मेश को जानकारी देते हुये राजघाट टोली निवासी महेन्द्र ठाकरे ने बताया कि हमारे झालीवाड़ा ग्राम अंर्तगत आने वाले राज टोली में बाघ का आतंक है। २५ फरवरी की देर शाम जब हम अपने घर लौट रहे थे तभी किसी ने बताया कि एक बाघ बोदलकसा झालीवाड़ा मार्ग के बीच बैठा हुआ है। हम लोग एलआईसी का कार्य करते है। जिसकी वजह से हमें कई बार काफी रात हो जाती है। हम शासन प्रशासन से यही मांग करते है कि इस बाघ को रैकी कर उसके उचित स्थान पर भेजा जाये।
घर के सामने जलाते है आग – जमतुराबाई वरकड़े
ग्रामीण महिला जमतुराबाई वरकड़े ने पद्मेश को बताया कि हमारी टोली में बाघ का काफी आतंक है। यह बाघ अपने बच्चों के साथ है। हम लोग घर के सामने शाम होते ही आग जलाकर रखते है। ताकि किसी प्रकार का कोई हमला बाघ द्वारा न हो, २ माह पूर्व उसने हमारे घर के सामने की एक गाय का शिकार किया था। हम लोग दहशत में है। हम विभाग से चाहते है कि इस बाघ को पकडक़र जंगल में छोड़ा जाये।
दहशत में कर रहे जीवन यापन -बुधराम वरकड़े
ग्रामीण बुधराम वरकड़े ने पद्मेश को बताया कि हम लोग दहशत में जीवन यापन कर रहे है। बाघ काफी भी हमारी राजघाट टोली में आ जाता है। जिससे बचने के लिये हम ग्रामीण जन अपने अपने घर के सामने लकड़ी की आग जलाते है। यह हिंसक वन्य प्राणी बोदलकसा से लेकर हमारे ग्राम झालीवाड़ा की राज टोली के बीच ही घूम रहा है। हम लोग रात्री होते ही अपने अपने घर में दुबके रहते है ताकि किसी प्रकार का कोई खतरा हमें न हो।
इनका कहना है –
इस संबंध में ग्राम सरपंच प्रतिनिधि झालीवाड़ा ने दूरभाष पर बताया कि मुझे भी राजटोली वासियों ने बाघ की आमद हो रही इस बारे में बताया। जिसकी सूचना मेरे द्वारा वन विभाग को दे दी गई है। में भी चाहता हूॅ की इस समस्या का शीघ्र निदान हो।