सोमवार को भरवेली मायल गेट पर उस वक्त हंगामा मच गया जब केंद्र द्वारा दिए गए टारगेट को अचीव करने की बधाई देने भरवेली मायल पहुंचे वरिष्ठ अधिकारियों का मजदूर और उनके संगठन ने घेराव कर दिया। इस दौरान अपनी लंबित मांगो को लेकर मायल कामगार संगठन और संगठन से जुड़े मजदूरों ने जमकर हंगामा मचाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। जहां मायल सीएमडी, सभी डायरेक्टर, सभी एचआर सहित 20 से 25 वरिष्ठ अधिकारियों के काफिले को मायल गेट पर रोककर उनका घेराव करने से वहां कुछ देर के लिए माहौल गर्मा गया। इसी बीच संगठन पदाधिकारियो, मजदूरो और मायल अधिकारियों के बीच धक्का मुक्के भी देखने को मिली। जहां करीब 1 घंटे तक चल प्रदर्शन के बाद अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन पर यह मामला शांत हो गया।
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि प्रतिवर्ष केंद्र सरकार द्वारा नागपुर मायल से संबंधित सभी मायल को उत्पादन का भारी भरकम टारगेट दिया जाता है। जहां अधिकारी वर्ग केंद्र से मिले इस टारगेट को संबंधित सभी मायल में बांट देते हैं जहां टारगेट के अनुरूप सभी मायल में काम करने वाले कर्मचारियों को बढ़ाकर टारगेट दिया जाता है। जिसे 1 वर्ष के भीतर हर हाल में पूरा करने के लिए रात दिन मजदूरों से काम कराया जाता है। बताया जा रहा है कि केंद्र से मिले टारगेट को पूरा करने पर मायल अधिकारियों को अतिरिक्त लाभ होता है जहां अन्य वर्षो की तरहा इस वर्ष भी से केंद्र से मिले टारगेट से अधिक का माल खदानों से मजदूरों के जरिए निकाला गया। लेकिन इस अतिरिक्त कार्य का मजदूरों को कोई अतिरिक्त लाभ नहीं दिया गया। वहीं मजदूरो की लंबीत मांगों को भी पूरा नहीं किया गया था और ना ही मांग पूरी करने के लिए अधिकारी वर्ग द्वारा मजदूर और उनके संगठनों को समय दिया जा रहा था। इस बात से मायल कामगार संगठन और संगठन से जुड़े मजदूर खासा नाराज थे। जिसको लेकर मजदूरों ने भरवेली गेट के सामने समस्त अधिकारियों का काफिला रोक उनका घेराव कर दिया।
अधिकारियों का काफिला आने की जानकारी मिलते ही मायल गेट पर डट गए मजदूर
बताया जा रहा है कि मायल कामगार संगठन और उनसे जुड़े मजदूरों को जैसे ही इस बात की जानकारी लगी की वरिष्ठ अधिकारियों का काफिला भरवेली मायल में टारगेट अचीव करने पर बधाई देने आ रहा है वैसे ही मजदूर मायल गेट पर जमा हो गए और उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया। जैसे ही वरिष्ठ अधिकारियों की 20 से 25 गाड़ियों का काफिला भरवेली माइंस पहुंचा, वैसे ही मजदूरों ने अधिकारियों का काफिला रोककर उनका घेराव कर दिया और लंबीत 6 सूत्रीय मांगों को लेकर जमकर हंगामा मचाते हुए अधिकारियों से धक्का मुक्की शुरू कर दी जिससे कुछ देर के लिए माहौल गर्मा गया।
इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
बताया जा रहा है कि माइंस में काम करने वाले मजदूर, रिटायर्ड हो चुके कर्मचारियों, और दिवंगत कर्मचारियों सहित अन्य कर्मचारियों और उनके परिजनों की कुछ मांगे हैं जिनको लेकर कई बार संगठन द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों से पत्राचार किया गया है। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने मजदूरों की मांगों पर कोई जवाब नहीं दिया। ना ही मजदूरों की मांग पूरी की गई, यहां तक की मजदूरों ने जब वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात का समय मांगा तो अधिकारियों ने उन्हें मुलाकात का समय भी नहीं दिया ।जिस पर मजदूर नाराज हो गए और उन्होंने अपनी विभिन्न क्षेत्र मांगों को लेकर जमकर हंगामा मचाते हुए वरिष्ठ अधिकारियों का घेराव कर उनके साथ धक्का मुक्की कि ।जहां समस्त मजदूरों और उनके संगठन ने हर साल मिलने वाले टारगेट को अचीव करने पर अधिकारियों की तरह मजदूरों को भी लाभ दिए जाने की मांग की ,तो वहीं उन्होंने बंद की गई अनुकंपा नियुक्ति को पूरा शुरू किए जाने की गुहार लगाई। इसके अलावा उन्होंने बंद की गई बादली भर्ती को पुनः शुरू करने ,मेडिकल अनफिट की प्रक्रिया को बंद करने, रिटायर्ड हो चुके कर्मचारियों की बंद की गई दवाइयां का खर्च पुना: शुरू किए जाने और ठेकेदार मजदूर मजदूरों की दिहाड़ी बढाने सहित अन्य मांगे पूरी किए जाने की गुहार लगाई ।
इन अधिकारियों का काफिला रोक किया प्रदर्शन
बताया जा रहा है कि केंद्र से मिले टारगेट से अधिक काम करके देने पर मायल के समस्त वरिष्ठ अधिकारी काफी खुश हो गए और वह भरवेली मायल में टारगेट अचीव करने की बधाई देने के लिए भरवेली मायल पहुंचे थे। इससे पहले की 20 से 25 वरिष्ठ मायल अधिकारियों का काफिला भरवेली मायल गेट को पार कर पाता, उसके पूर्व ही मजदूरों ने उनका काफिला रोककर उनका घेराव कर दिया और अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान मजदूरों और उनके संगठनों ने भरवेली गेट पर मायल सीएमडी अजीत कुमार सक्सेना, डारेक्टर प्रोडक्शन प्लानिंग अधिकारी अब्दुल्ला साहब, एचआर डायरेक्टर उषा सिंह , डायरेक्टर फाइनेंस श्री तूमाने ,कमर्शियल डायरेक्टर हैड सभी एचओडी सहित अन्य वरिष्ठ 20 से 25 अधिकारियों का काफिला रोका था। जहां अपनी इस मांग को लेकर मायल कामगार संगठन वरिष्ठ सलाहकार नत्थू लाल आमाडारे, केंद्रीय महासचिव राजेश आचार्य, शाखा अध्यक्ष वेद प्रकाश दीवान, शाखा सचिव जितेंद्र धावड़े, केंद्रीय शाखा समिति सदस्य अशोक गेडाम, राजू सिल्लारे, प्रवीण गोडा सहित अन्य पदाधिकारी सदस्य व संगठन से जुड़े करीब 500 से अधिक मजदूर पर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
ना मांग पूरी कर रहे हैं ना मिलने का समय दे रहे हैं- दीवाना
इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान मायल कामगार संगठन शाखा अध्यक्ष वेद प्रकाश दीवान ने बताया कि मायल मजदूरो, दिवंगत मजदूरों के परिजनों, रिटायर्ड कर्मचारियों सहित संगठन की कुछ मांगे हैं।जिनको मायल प्रबंधन द्वारा पूर्ण नहीं किया जा रहा है। करीब 6 सूत्रीय मांगे हैं जिनको लेकर हर कोई परेशान है। मायल प्रबंधन ने 150 से अधिक कर्मचारियों को मेडिकल में अनफिट कर दिया है। अनुकंपा नियुक्ति के 20 से 25 प्रकरणों का निराकरण नहीं किया जा रहा है ।जो कर्मचारी रिटायर्ड हो चुके हैं उन्हें पहले दवाइयां का खर्च मायल द्वारा दिया जाता था। लेकिन 1000 से अधिक ऐसे कर्मचारी हैं जिनको यहां खर्च देना बंद कर दिया गया है। हमने करीब एक महीना पहले अपनी मांगों को लेकर पत्राचार किया था, लेकिन पत्राचार का कोई जवाब नहीं दिया गया, ना ही हमारी मांग में पूरी की गई। इसके अलावा जब हमने इन मांगों पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों से समय मांगा तो उन्होंने समय भी नहीं दिया। जिसके चलते आज अधिकारियों के काफिले को रोककर उनका घेराव किया गया था। जहां हमने समस्त मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाई है। अधिकारियों द्वारा इन मांगों पर चर्चा करने के लिए आश्वासन दिया गया है। यदि इसके बाद भी हमारी मांगों पर विचार नहीं किया जाता तो वृहद स्तर पर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।