टी20 विश्व कप में इस बार दक्षिण अफ्रीका, मेजबान ऑस्ट्रेलिया ओर बांग्लादेश की टीमें नाकॅ आउट में नहीं पहुंच पायीं। ये तीनों ही टीमें दबाव के बीच बिखर गयीं। ऐसे में माना जा रहा है कि इस विश्वकप के बाद ये तीन कप्तान खेल या तो इस प्रारुप संन्यास ले सकते हैं या कप्तानी छोड़ सकते हैं। इसमें सबसे पहला नाम दक्षिण बावुमा का है। बावुमा की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका ने टी20 विश्व कप की अच्छी शुरुआत की। ऐसा लग रहा था कि टीम आसानी से सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी पर पहले पाकिस्तान औऱ फिर नीदरलैंड्स ने उसे हरा दिया। नीदरलैंड्स से मिली हार के कारण दक्षिण अफ्रीका का टी20 विश्व कप का सफर सुपर-12 राउंड में ही खत्म हो गया। इस पूरे टूर्नामेंट में बावुमा रन बनाने के लिए संघर्ष करते दिखे।
बावुमा
बावुमा ने टी20 विश्व कप की 5 पारियों में 113 के स्ट्राइक रेट से महज 70 रन बनाए। बावुमा ने अब तक 33 टी20 में 22.67 की औसत और 116 की स्ट्राइक रेट से 635 रन बनाए हैं, जोकि टी20 फॉर्मेट के लिहाज से अच्छा नहीं माना जाएगा। ऐसे में वो इस फॉर्मेट से संन्यास ले सकते हैं या कप्तानी छोड़ने का फैसला कर सकते हैं हालांकि, बावुमा ने कहा है कि वो भावनाओं में बहकर कोई फैसला नहीं लेंगे पर बावुमा के पास दो ही विकल्प नजर आ रहे हैं. पहला यह है कि वो टी20 से संन्यास लें, दूसरा कप्तानी छोड़ दें।
शाकिब
वहीं शाकिब की कप्तानी में बांग्लादेश का प्रदर्शन मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में ठीक-ठाक रहा। बांग्लादेश ने 5 में से 2 मैच जीते। उसने जिम्बाब्वे और नीदरलैंड्स को हराया। भारत के खिलाफ भी बांग्लादेश की टीम उलटफेर कर सकती थी पर उसके बल्लेबाज दबाव में बिखर गए और उसके हाथ से सेमीफाइनल में पहुंचने का मौका फिसल गया। शाकिब का इस टी20 विश्व कप में प्रदर्शन सामान्य रहा। उन्होंने 5 मैच में 6 विकेट लिए।बल्ले से वो धमाल नहीं मचा पाए. उन्होंने 5 मैच में 8.80 की औसत से महज 44 रन बनाए। मिडिल ऑर्डर में शाकिब का फीका प्रदर्शन कहीं न कहीं टीम पर भारी पड़ा. ऐसे में उनके लिए भी यह टी20 विश्व कप आखिरी साबित हो सकता है। अगला टूर्नामेंट 2 साल बाद 2024 में हैं. तब तक शाकिब 37 साल के हो जाएंगे। ऐसे में वो टी20 खेलें। इसकी संभावना कम है।तो ऐसे में वो इस फॉर्मेट से संन्यास ले सकते हैं य़ा कप्तानी छोड़ने का फैसला कर सकते हैं।
फिंच
फिंच की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने गत टी20 विश्व कप जीता था। इस बार ऑस्ट्रेलिया के अपने ही मैदान में जीत की उम्मीदें थीं पर फिंच की अगुआई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत ही खराब रही। पहले मैच में ही न्यूजीलैंड ने बड़े अंतर से हरा दिया। इसके बाद टीम खराब दौर से गुजरती दिखी और टीम का सफर सुपर-12 राउंड में ही थम गया। फिंच का बल्ले से प्रदर्शन तो ठीक-ठाक रहा। उन्होंने 3 मैच में 53 से अधिक की औसत से 107 रन बनाए. लेकिन, उनका स्ट्राइक रेट 110 का रहा, जिसे टी20 के लिहाज से अच्छा नहीं कहा जाएगा। वो अफगानिस्तान के खिलाफ आखिरी ग्रुप मैच में नहीं खेले। ऑस्ट्रेलिया वो मैच तो जीत गया. लेकिन, इंग्लैंड की श्रीलंका पर जीत के बाद उसके सेमीफाइनल में पहुंचने का रास्ता बंद हो गया।
फिंच 35 साल के हो गए हैं। अगले टी20 विश्व कप तक वो 37 बरस के हो चुके होंगे। ऐसे में उनका टी20 करियर शायद ही और लंबा चले। ऐसे में फिंच के टी20 से संन्यास लेने की संभावना ज्यादा है।