बालाघाट नगर के हर घर तक पानी पहुंचाने के मकसद से नगरपालिका प्रशासन द्वारा करोड़ों की लागत से नल जल योजना लाकर कार्य करवाया गया, हर घर तक पानी पहुंचाने नई पाइप लाइन बिछाई गई लेकिन नगरपालिका द्वारा इस नई पाइप लाइन से किये जाने वाली पानी सप्लाई के दौरान पानी का कितना उपयोग हो रहा है इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
यही कारण है कि नगर के सैकड़ों नलो से पानी व्यर्थ बह रहा है, नगर के किसी भी मोहल्ले में जाओ तो कई नलों से पानी व्यर्थ बहते हुए स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है।
आपको बताये कि 2 वर्ष पूर्व वैनगंगा नदी में पानी नहीं होने के चलते जलसंकट की स्थिति निर्मित हो गई थी। नगर पालिका प्रशासन द्वारा अथक प्रयास करते हुए नगरवासियों को पानी उपलब्ध कराया गया था फिर भी नगर के कई वार्ड में लोगों को पानी के लिए बहुत परेशान होना पड़ा था, तबसे नगर के लोग पानी की अहमियत को समझते हैं और नगर के नलो से पानी को व्यर्थ बहते हुये देखकर काफी निराश भी होते हैं।
पद्मेश न्यूज़ की टीम द्वारा नगर के कुछ वार्डो का भ्रमण किया गया, इस दौरान पाया कि नगर के कई नलो से पानी व्यर्थ में बह रहा था उस पर लोगों ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और नगरपालिका प्रशासन से इस ओर ध्यान देकर व्यर्थ पानी बहने वाले नलों को बंद किए जाने तथा जिन नलों से पानी का लोग इस्तेमाल करते हैं ऐसे नलों में टोटियां लगाए जाने की अपेक्षा जताई। कुछ ने नल का पाइप टूट जाने की समस्या बताई, तो किसी ने 6 माह से लगातार व्यर्थ पानी बहने की बात कहीं।
वार्ड नंबर 17 के लोगों ने बताया कि जब से यहां नई पाइप लाइन से पानी सप्लाई प्रारंभ हुआ है तब से पानी व्यर्थ बहने की समस्या आ रही है। नल भी टूट गया है इसकी नगर पालिका में शिकायत की लेकिन इसे ठीक करने कोई कर्मचारी नहीं आ रहे हैं एक डेढ़ घंटे तक पानी व्यर्थ बहते रहता है।
वार्ड नंबर 17 के पार्षद प्रतिनिधि अनिल कसार ने बताया कि पानी व्यर्थ से बहने की समस्या पूरे शहर भर की है पिछले 6 माह से पानी व्यर्थ बह रहा है।
मोबाइल पर चर्चा करने पर नगर पालिका सीएमओ सतीश मटसेनिया ने बताया कि नलों से पानी व्यर्थ बहने की जानकारी हमारे संज्ञान में आ चुकी है इस संबंध में कलेक्टर साहब के साथ चर्चा हो गई है। इसके लिए 3 दल बनाए जा रहे हैं जिनके द्वारा नगर में जितने भी नलों से पानी व्यर्थ बह रहा है तथा जो पाइप क्षतिग्रस्त हो गए हैं उनमें सुधार करवाया जाएगा तथा पानी को व्यर्थ बहने से रोकने आवश्यक कार्य किया जाएगा।