वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी पुलिस थाना अंतर्गत वारासिवनी मेंढकी मार्ग स्थित ग्राम डोंगरगांव से महाराजपुर के मध्य खेत में ट्रैक्टर पलटने से 19 वर्षीय युवक की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। इसमें बताया जा रहा है कि गौरव ठाकरे कोस्ते निवासी ट्रैक्टर के माध्यम से लकड़ी को खींच रहा था। तभी अचानक ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया जिसमें सवार गौरव ठाकरे ट्रैक्टर के नीचे दबाने से उसकी मौके पर मौत हो गई। मामले में पुलिस के द्वारा मौके पर जेसीबी से बॉडी बाहर निकाल कर सिविल अस्पताल वारासिवनी में सुरक्षित रख दिया गया है। वहीं मामले में मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोस्ते निवासी जितेंद्र ठाकरे का इकलौता पुत्र गौरव पिता जितेंद्र ठाकरे उम्र 19 वर्षीय था। जो बालाघाट से आईटीआई की पढ़ाई कर रहा था वह परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने से ग्राम के देवनाथ पिता धनलाल ठाकरे लकड़ी का काम करते है। उनके पास लड़का पार्ट टाइम में काम करने के लिए जाता था जो बीते करीब 1 वर्ष से उनके पास काम कर रहा था। जो प्रतिदिन की तरह देवनाथ के बुलाने पर दोपहर करीब 4 बजे गया हुआ था। इस दौरान देवनाथ ठाकरे के द्वारा महाराजपुर से डोंगरगांव मार्ग स्थित दीपेंद्र बिसेन के खेत में पेड़ों की कटाई का कार्य किया जा रहा था। जहां पर पेड़ को रास्ते से बांधकर ट्रैक्टर की सहायता से खींचने का काम चालू था जिसमें गौरव ठाकरे के माध्यम से ट्रैक्टर चलवाना बताया जा रहा है। इस दौरान अचानक पेड़ खींचने के दौरान अचानक ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया जिसमें नीचे गौरव ठाकरे बुरी तरह दब गया जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना की जानकारी आग की तरह पूरे ग्राम में फैल गई जहां मौके पर लोगों की भीड़ लग गई तभी ग्रामीणों के द्वारा वारासिवनी पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। जिस पर पुलिस ने मौके पर उपस्थित होकर घटनास्थल का निरीक्षण कर जेसीबी के माध्यम से ट्रैक्टर को हटाकर गौरव ठाकरे का शव बाहर निकला जिसे मौके से तत्काल शासकीय सिविल अस्पताल वारासिवनी में लाकर सुरक्षित फ्रीजर में रखवा दिया गया है। जिसका पोस्टमार्टम 30 मार्च को किया जायेगा मामले मैं पुलिस के द्वारा मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी गई है।
मृतक का चाचा नेतराम ठाकरे ने बताया कि गौरव ठाकरे मेरा भतीजा है जो 1 वर्ष से देवनाथ पिता धनलाल के पास में काम करता था। उसके ट्रैक्टर में आता जाता था हर दिन सुबह देवनाथ उसे उठाने के लिए आता था आज भी 4:00 बजे उसे लेकर देवनाथ गया था। वह लकड़ी का काम करता है और ट्रैक्टर भी उसके पास में है हमारा लड़का गाड़ी नहीं चलता था उसे हमने आज तक तो देखा नहीं है। पर उनके द्वारा चलाया गया होगा ट्रैक्टर में लकड़ी नहीं भरी थी वह लकड़ी खींच रहा था। पेड़ अब गिराये होंगे तो कैसा हुआ पता नहीं परंतु हमें बताया गया कि ट्रैक्टर पलट गया है। जब हम मौके पर गए तो देखें कि हमारा लड़का नीचे दबा हुआ था और उसकी मौत हो गई थी वह आईटीआई कर रहा था। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी तो काम भी करता था।