डबल मनी में जनता के पैसे लौटने की उम्मीद बढ़ी

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गुजर चुके वर्ष 2022 में जिले में ऐसे कई आपराधिक मामले सामने आए, जिसने सबको हैरत में डाल दिया था। फिर चाहे वह 25 लाख की फिरौती के लिए 7 साल के दक्ष के अपहरण की घटना हो, 25 किलो गांजे के साथ आरोपियों को पकड़ा जाना हो या फिर एक साल में 6 खूंखार नक्सलियों का एनकाउंटर। लेकिन वर्ष 2022 का सबसे चर्चित मामला रहा डबल मनी का, जिसे पुलिस भी स्वीकार करती है। सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम में हुई पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि इस मामले में अब उन लोगों को पैसा लौटाने का प्रयास तेज किया जाएगा, जिन्होंने बहकावे में आकर फर्जी स्कीम में अपनी जमा-पूंजी जमा की थी। एसपी का कहना है कि पीडि़तों को पैसे लौटने को लेकर उच्च न्यायालय भी गंभीर है और उम्मीद है जल्द लोगों को उनका पैसा लौटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

पत्रकारवार्ता के दौरान एसपी समीर सौरभ ने बताया कि डबल मनी मामला वर्ष 2022 का सबसे हाईलाइट मामला था। उन्होंने बताया कि इस मामले की शुरुआत में सिर्फ३ एफआईआर दर्ज हुई थी, लेकिन आज 20 एफआईआर हो चुकी है और 40 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इस मामले में पुलिस को और भी नई शिकायतें मिल रही हैं। मुख्य आरोपियों की जमानत रद्द हो चुकी है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। इन आरोपियों की संपत्ति कुर्क की जा चुकी हैं। अब हमारी कोशिश लोगों को उनका पैसा दिलाने की रहेगी। जो प्रकरण ट्रायल में चल रहे हैं, उनमेें बहुत जल्द लोगों को पैसा दिलाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी

बालाघाट पुलिस ने बीते वर्ष 2022 में ट्रक, ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल चोरी के अंतरराज्यीय गिरोह को पकडऩे में सफलता हासिल की है। एसपी ने बताया कि संपत्ति संबंधी अपराधों में पुलिस को काफी सूझबूझ के साथ मामलों को सुलझाया है। इसमें मलाजखंड क्षेत्र में ट्रक, ट्रैक्टर और करीब 40 मोटरसाइकिल चुराने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ा गया है। एसपी ने 2022 के आखिरी महीनों में की गई क्रिकेट सट्टा का खुलासा किया था, जिसे पुलिस अपनी अच्छी कार्रवाई मानती है।

वर्ष 2022 में नियम विरुद्घ वाहन चलाने या मोटरव्हीकल एक्ट का उल्लंघन करने वालों पर साल 2021 और 2021 की तुलना में अधिक चालानी कार्रवाई की गई है। एसपी ने बताया कि हेलमेट और यातायात नियमों को लेकर हाईकोर्ट ने गंभीरता दिखाई थी। यातायात पुलिस ने साल 2020 में 29 लाख और 2021 में 28 लाख समन शुल्क वसूला था, जबकि साल 2022 में समन शुल्क 43 लाख रहा। वहीं, जिलेभर में चालानी कार्रवाइयों से 84 लाख रुपए का समन शुल्क वसूला गया, जो वर्ष 2021 में 43 लाख रुपए था। पीओएस मशीन से पुलिस ने 50 लाख से ऊपर की कार्रवाई की गई है।

कई बड़े मामलों में भले ही पुलिस की झोली में सफलता आई है, लेकिन 2022 में चोरियों को नियंत्रण कर पाने पुलिस के हाथ कई मामलों में खाली रहे। खासकर वारासिवनी क्षेत्र में लगातार चोरी की वारदात से पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई बार सवाल उठ चुके हैं। एसपी समीर सौरभ का कहना है कि क्योंंकि वारासिवनी महाराष्ट्र बॉर्डर से लगा हुआ है इसलिए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है महाराष्ट्र के अपराधी यहां आकर वारदात को अंजाम देते हैं। इंटर स्टेट बॉर्डर बैठक में ऐसे अपराधियों की सूची हमने महाराष्ट्र पुलिस से साझा की है। वारासिवनी में चोरियों पर नियंत्रण पाया जाएगा।

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