पूर्व जिला पंचायत सदस्य डाली दमाहे के ऊपर बीती रात एक दर्जन से अधिक लोगों ने प्राणघातक हमला कर उन्हें घायल कर दिया जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका उपचार जारी है।
बीती रात चाकू से कई वार कर किए गए इस जानलेवा हमले के दौरान श्री दमाहे के भांजे योगेश मोहारे भी बीच बचाओ के दौरान घायल हुए हैं जिनका भी जिला अस्पताल में उपचार जारी है।
जहां डाली दमाहे ,योगेश मोहारे और अन्य के साथ मारपीट कर उनपर चाकू से जानलेवा हमला करने का आरोप विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के दो प्रमुख पदाधिकारियों सहित अन्य पर लगाया गया है। जिसकी जांच ग्रामीण थाना पुलिस द्वारा शुरू कर दी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना नवेगांव ग्राम कोसमी वार्ड नंबर 8 निवासी 51वर्षीय डालीचंद्र उर्फ डाली दमाहे पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी उनके संगठन के नेतृत्व में सोमवार शाम को शिव बारात हर्षोल्लास के साथ निकाली गई थी। काली पाठ मंदिर परिसर से शिव बारात निकालने के दौरान उनका और कुछ लोगों के बीच किसी अज्ञात बात को लेकर विवाद हो गया था।
जहां आपसी समन्वय, समझाइश और पुलिस की मध्यस्थता के बाद विवाद शांत हो गया जहां से धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ शिव बारात निकाली गई जहां रात्रि के समय कार्यक्रम का समापन कर जब श्री दमाहे अपने घर में बने मंदिर में सो रहे थे तब देर रात कुछ लोग उनके घर पहुंचे जहां उन्होंने आवाज लगाकर श्री दमाहे को घर से बाहर निकाला और उनके घर से बाहर आते ही उन पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया।
श्री दमाहे पर प्राणघातक हमला होते देख उनके भांजे योगेश मोहरे बीच बचाव के लिए आए लेकिन हमलावरों ने उन्हें भी चाकू मारकर घायल कर दिया।
जहां घटना में घायल हुए मामा भांजे को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है जहां श्री दमाहे के भांजे योगेश ने हमलावरों की पहचान विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मंत्री ललित पारधी और बजरंग दल के जिला अध्यक्ष सजीव भाऊ अग्रवाल के रूप में करते हुए इन दोनों ही पदाधिकारियों पर अपने अन्य साथियों के साथ श्री दमाहे सहित अन्य पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है जिनकी जल्द ही गिरफ्तारी किए जाने की मांग की गई है।
उधर मामले की सूचना जैसे ही विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री ललित पारधी को लगी तो उन्होंने मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने इस मामले में उन पर और उनके साथियों पर लगाए जा रहे सभी आरोपों को झूठा व बेबुनियाद बताते हुए पुलिस प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
इस पूरे मामले को लेकर खबर लिखे जाने तक ग्रामीण थाना नवेगांव में एफ आई आर दर्ज नहीं की गई थी जब इस पूरे मामले को लेकर हमने नवेगांव थाना टीआई प्रदीप खन्ना और नगर पुलिस अधीक्षक कार्णिक श्रीवास्तव के मोबाइल नंबर पर फोन लगाकर चर्चा करनी चाहिए लेकिन कई बार सम्पर्क करने के बाद भी दोनों ने कॉल स्वीकार नहीं की।