डिमांड के अनुसार नहीं मिला जिले को सुरक्षा बल

0

17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं जहां मतदान को अब महज 4 दिन से रह गए हैं ।ऐसे में आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए इस मतदान को निष्पक्ष शांतिपूर्ण और सौहार्द के साथ संपन्न करने के लिए जिले को विभिन्न पुलिस बल की अब तक 73 कंपनियां मिली है। जहां आगामी चुनाव को मध्य नजर रखते हुए रविवार को विभिन्न पुलिस बल की 73 कंपनियो के कमांडरों और एसपी रेंज के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक का आयोजन किया गया। जिला पंचायत भवन में आयोजित इस बैठक में आईजी, डीआईजी, एसपी और कलेक्टर सहित अन्य ने सभी कंपनियों के कमांडरों और वरिष्ठ अधिकारियों को जिले की वस्तु स्थिति से अवगत कराया ।जहां उन्होंने निर्वाचन आयोग से मिले दिशा निर्देशों के अनुसार सभी पोलिंग बुतों पर सुरक्षा व्यवस्था प्रदान करने और शांति व सौहार्द पूर्ण वातावरण में निष्पक्ष पूर्ण ढंग से मतदान को संपन्न कराने की जानकारी दी। खासतौर पर केंद्र से मिले इस सुरक्षा बल को जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र की गतिविधियों, क्षेत्र की भौगोलिक सीमाओं, पूर्व में हुई नक्सली वारदातों आदि की जानकारी देकर उन्हें वस्तु स्थिति से अवगत कराया गया। वही आयोजित इस समन्वय बैठक में उपस्थित सभी 73 कंपनियों के कमांडर एसपी रेंज के अधिकारियों और विभिन्न कंपनियों लेकर बालाघाट पहुंचे वरिष्ठ अधिकारियों को चुनाव संपन्न कराने की संपूर्ण जानकारी से अवगत कराया गया।ताकि यह चुनाव संपूर्ण जिले में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराया जा सके।

100 कम्पनियों की थी डिमांड,मिली 73
बताया जा रहा है कि पुलिस प्रशासन द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए 100 कंपनियों की मांग भेजी गई थी। जहां 100 कंपनियों में से बालाघाट को 82 कंपनियां स्वीकृत की गई थी। जिसमें से महज 73 कंपनी बालाघाट पहुंची थी। जबकि डिमांड के अनुरूप अन्य कंपनियों की रहा देखी जा रही थी। बताया यहां भी जा रहा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा हेलीकॉप्टर की भी डिमांड भेजी गई है।जिस पर अबतक कोई जवाब नही मिल पाया है। पिछले दिनों मिली 04 कंपनियां और शुक्रवार को आई 66 कंपनियों को मिलाकर 70 कंपनियां पहले ही बालाघाट पहुंच चुकी थी। वही बाद में पहुंची तीन कंपनियों को मिलाकर कल 73 कंपनियां बालाघाट पहुंच चुकी है वही आगे केंद्र से और कंपनियां मिलने की अब कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है।

73 केंद्रीय कंपनियो के ज्यादातर जवान, नक्सल प्रभावित केंद्रों में देंगे सुरक्षा
जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव को संपन्न करने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा केंद्र से 100 कंपनियों की मांग की गई थी।जहां स्थानीय प्रशासन की डिमांड पर इस चुनाव को संपन्न करने के लिए केंद्र से जिले को 82 कंपनियों की स्वीकृति मिली थी। लेकिन वर्तमान समय तक चुनाव संपन्न करने के लिए जिले को 73 कंपनियां ही मिल पाई है। जिनके ठहरने के लिए जिले में अलग-अलग 73 स्थान पर व्यवस्था बनाई गई है ।इन 73 कंपनियों मे सीमा सुरक्षा बल की 50 कंपनियां ,केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 23 कंपनियां, होमगार्ड के करीब 1000 सैनिक, सशस्त्र बल के 300 सैनिक, आसपास राज्यों की पुलिस, जिला सुरक्षा बल सहित अन्य के द्वारा जिले के सभी पोलिंग बूथ पर सुरक्षा प्रदान की जाएगी। जहां केंद्र से प्राप्त हुई कंपनियों के ज्यादातर जवानों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपने की बात सामने आ रही है।

जिले में है 328 नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र
आपको बताएं कि इस वर्ष जिले में 328 नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र बनाए गए हैं ।जिसमें सबसे अधिक फोर्स लगती है। पुलिस प्रशासन को उम्मीद है कि जल्द ही उनकी भेजी गई डिमांड को पूरा कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका और जिले को महज 73 कंपनियां ही मिल पाई है।इसलिए इन्हीं 70 कंपनियों और जिले की फोर्स व अन्य कंपनियों को मिलाकर व्यवस्था बनाई गई है।

हमने जितने बल की मांग की थी, उतना बल नहीं मिला- संजय सिंह
जिला पंचायत में आयोजित इस समन्वय बैठक को लेकर की गई चर्चा के दौरान आईजी संजय सिंह ने बताया कि विधानसभा चुनाव को शांति पूर्ण सुरक्षित तरीके से संपन्न करने के लिए केंद्र से सुरक्षा बल प्राप्त हुआ है। उन्हीं के कमांडरो, अधिकारियों के साथ एक समन्वय बैठक का आयोजन किया गया था। ताकि इस चुनाव को सुरक्षित तरीके से सम्पन्न कराया जा सके। आयोजित बैठक में जिले की भौगोलिक स्थिति और नक्सल प्रभावित एरिया की जानकारी से अवगत कराया गया है। नक्सली मूवमेंट की जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि हमने जितने बल की मांग केंद्र से की थी। उतना बल हमें नहीं मिला है। लेकिन जितना बल हमें मिला है इसमें हम सुरक्षित तरीके से यह चुनाव संपन्न करेंगे। इसमें सीआरपीएफ ,एसएफ, स्टेट बटालियन, होमगार्ड का बल शामिल है। यह चुनाव हमारे लिए चैलेंज है एक पोलिंग बूथ पर कितना बाल लगेगा, एरिया डोमिनेशन कितने लोग करेंगे, लोगों की सुरक्षा के लिए कितने जवानों की ड्यूटी लगाई जाएगी, आदि विषयों पर चर्चा की जा रही है। उन्होंने आगे बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व नक्सलियों ने कायराना हरकत करते हुए एक ग्रामीणों की हत्या की थी उसकी भी जानकारी से अधिकारियों को अवगत कराया गया है। चुनाव के दौरान अक्सर नक्सल प्रभावित घटनाएं होती हैं। क्योंकि बालाघाट जिला महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगा हुआ है वहां के पुलिस अधिकारियों से भी हमारी बात चल रही है। उनसे हमारा बहुत अच्छा समन्वय है। बॉर्डरो के दोनों तरफ का मूवमेंट आदि पर रोजाना चर्चा की जा रही है। जो सुरक्षा बल हमें प्राप्त हुआ है इस सुरक्षा बल में इस चुनाव को शांति व सुरक्षा के साथ संपन्न कराया जाएगा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here