बालाघाट रेलवे स्टेशन में बुधवार को उस वक्त अधिकारियों कर्मचारियों और ठेकेदार की क्लास लग गई जब अमृत भारत योजना के तहत बालाघाट रेलवे स्टेशन में 07 करोड़ रुपये के चल निर्माण कार्याें का जायजा लेने नागपुर रेल मंडल डीआरएम नम्रता त्रिपाठी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंचीं। रेलवे के दर्जनभर रेलवे अधिकारियों के साथ पहुंचीं डीआरएम ने सबसे पहले नियंत्रण कक्ष का जायजा लिया। इसके बाद वे रेलवे स्टेशन में चल रहे निर्माण कार्याें का निरीक्षण करने पहुंचीं। वहीं, जब डीआरएम नियंत्रण कक्ष में अधिकारियों से चर्चा कर रही थीं, उसी समय रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा ठेकेदार को देरी से चल रहे काम के कारण फटकार लगाते दिखे। बता दें कि रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण व जीर्णाेद्धार को लेकर इन दिनों निर्माण कार्य चल रहे हैं, लेकिन वरिष्ठ अधिकारी ने काम में लेटलतीफी के चलते ठेकेदार पर नाराजगी जाहिर की और समय पर काम करने की बात कही। इसके बाद डीआरएम ने अधिकारियों के साथ रेलवे स्टेशन के बाहर चल रहे कार्याें का मुआयना किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। आपको बताए कि डीआरएम नम्रता त्रिपाठी इससे पहले तुमसर बालाघाट ट्रेन के शुभारंभ अवसर पर बालाघाट आई थीं।
तुमसर स्टेशन जाके देखों, तब पता चलेगा काम कैसे करते है।
स्पेशल ट्रेन से उतरते ही डीआरएम नम्रता त्रिपाठी सहित अधिकारियों ने सबसे पहले कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया ।इस दौरान डीआरएम नम्रता त्रिपाठी जब अधिकारियों के साथ कार्याें की समीक्षा कर रही थीं, तभी प्लेटफार्म क्रमांक-एक में निर्माण कार्याें से जुड़े रेलवे के प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा बालाघाट स्टेशन में चल रहे निर्माण कार्याें के ठेकेदार पर काम में देरी के चलते नाराजगी जाहिर की गई।अधिकारी ने तुमसर रेलवे स्टेशन में चल रहे निर्माण कार्य का उदाहरण देते हुए कहा कि जाकर तुमसर स्टेशन का काम देखिए। तब तुम्हें पता चलेगा कि काम कैसे करते हैं और काम की स्पीड क्या होती है छोटे-छोटे काम में भी लंबा समय लगा दिया है इसे तत्काल पूरा किया जाए। और कार्य की मॉनिटरिंग के साथ-साथ उसकी रिपोर्ट भी समय-समय पर भेजी जाए।
कुछ दिनों के काम को 2 महीने लगा दिए
निरीक्षण के दौरान डीआरएम त्रिपाठी के साथ पहुंचे प्रोजेक्ट अधिकारियों ने ठेकेदार और उनके कर्मचारियों की जमकर क्लास लगाई जहां अधिकारी ठेकेदार से यह कहते नजर आए कि आपके द्वारा कुछ दिनों के काम को दो महीने तक कराया जा रहा है। जो काम जितने दिनों में होना चाहिए, उतने दिनों में करें। इसके बाद अधिकारी ने बाथरूम व अन्य कार्याें को जल्द करने के लिए सख्त निर्देश दिए। इस दौरान रेलवे के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
शिवजी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है काम
ज्ञात हो कि इन दिनों अमृत भारत योजना के तहत बालाघाट स्टेशन में शेड निर्माण, पार्किंग स्टैंड व स्टेशन के सामने सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। उक्त निर्माण कार्य मुंगेली छत्तीसगढ़ की शिवजी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा कराया जा रहा है।लेकिन अन्य स्टेशनों की तुलना में कार्य की गति काफी धीमी होने, कार्य समय पर ना होने, समय सीमा में कार्यो का विवरण समय समय पर ना भेजे जाने सहित अन्य बिंदुओं को लेकर डीआरएम त्रिपाठी द्वारा अपनी नाराजगी व्यक्ति की गई तो वहीं दिए गए दिशा निर्देशों के अनुसार कार्य न करने पर टेक्निकल अधिकारियों ने ठेकेदार के कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई वहीं समय सीमा के भीतर कार्य को पूर्ण करने के दिशा निर्देश दिए।
अतिक्रमण और जलभराव की बताई समस्या
निरीक्षण के दौरान रेलवे सलाहकार समिति सदस्यों ने बालाघाट रेलवे स्टेशन सहित रेलवे ट्रैक के किनारे अवैध कब्जों, वर्षा ऋतु में ट्रैक के किनार जलभराव जैसी ज्वलंत समस्याएं रखीं। समिति के एक सदस्य ने डीआरएम के सामने कटंगी की दिशा में रेलवे ट्रैक के पास अतिक्रमण हटाने की जरूरत बताते हुए आसपास जलभराव होने से आवागमन में परेशानी का मुद्दा उठाया।वही डीआरएम से अतिक्रमण हटाकर आवश्यक भूमि अधिग्रहण कर नाली निर्माण करने का सुझाव दिया, ताकि जलभराव की स्थिति निर्मित न हो। इस पर डीआरएम नम्रता त्रिपाठी ने वरिष्ठ अधिकारियों को उक्त कार्याें का डीपीआर बनाने सहित अन्य आवश्यक निर्देश दिए। इसके अलावा डीआरएम को रेलवे स्टेशन में पार्किंग व्यवस्था, प्लेटफार्म का उन्नयन, पार्सल सुविधा शुरू करने के साथ प्लेटफार्म को चौड़ा व बड़ा करने की जरूरत बताई। डीआरएम को रेलवे फुटओवर ब्रिज की जरूरत भी बताई गई।
सिर्फ निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण था- नम्रता
इस पूरे मामले को लेकर मीडिया कर्मियों ने नागपुर रेलवे मंडल डीआरएम नम्रता त्रिपाठी से निरीक्षण को लेकर चर्चा करनी चाहिए,लेकिन उन्होंने इस निरीक्षण को लेकर अपना कोई ऑफिशियल बयान नहीं दिया उन्होंने उन्होंने सिर्फ इतना कह दिया कि स्टेशन में चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लेने के लिए वे आई थी। इतना कह कर स्पेशल ट्रेन में सवार होकर अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गई।