चीन का एक अनियंत्रित रॉकेट लॉन्ग मार्च-B आखिरकार हिंद महासागर में जा गिरा है। वायुमंडल में दाखिल होने के बाद इसका अधिकतर हिस्सा जलकर खाक हो गया था। यह जानकारी न्यूज एजेंसी रायटर्स ने दी है। US स्पेस फोर्स की 18th कंट्रोल स्क्वाड्रन ने भी इस खबर की पुष्टी की है।
इससे पहले दक्षिणपूर्वी अमेरिका, मेक्सिको, मध्य अमेरिका, करेबियन, पेरू, ईक्वाडोर कोलंबिया, वेनेजुएला, दक्षिण यूरोप, उत्तर या मध्य अफ्रीका, मध्य पूर्व, दक्षिण भारत या ऑस्ट्रेलिया में गिरने की संभावना जताई जा रही थी
चीन का यह रॉकेट 100 फीट लंबा है। इसका वजन 21 टन है। लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट को 29 अप्रैल को चीन के हाइनान द्वीप से लॉन्च किया था। यह चीन के इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के प्रमुख मॉड्यूल को पृथ्वी के निचली कक्षा की ओर ले जा रहा था।

लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट को चीन के हाइनान द्वीप से लॉन्च किया था।
यूएस स्पेस कमांड कर रही थी निगरानी
इससे पहले शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्री ने कहा था कि रॉकेट का अधिकतर हिस्सा वातावरण में घुसने के साथ ही जलकर राख हो जाएगा और शायद ही यह किसी तरह का नुकसान पहुंचाए। साथ ही अमेरिकी सेना ने कहा था कि नियंत्रण से बाहर इस रॉकेट पर यूएस स्पेस कमांड नजर बनाए हुए है।
रॉकेट 4.8 मील की रफ्तार से पृथ्वी की ओऱ बढ़ रहा था
वहीं, हॉवर्ड के एस्ट्रो फिजिस्ट जॉनाथन मैकडावल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए बताया था कि पृथ्वी की ओर बढ़ रहे इस रॉकेट की स्पीड 4.8 मील सेकंड है। लेकिन वातावरण में घुसने एक मिनट बाद ही इसकी स्पीड सौ गुना तेज हो जाएगी। इससे पहले जॉनाथन ने कहा था कि चीन की छवि पर बुरा असर पड़ा है। ये वाकई एक लापरवाही के तौर पर देखा जाना चाहिए।
चीन ने कहा था समुद्र में ही कहीं गिरेगा
अनियंत्रित होकर पृथ्वी की तरफ बढ़ रहे इस रॉकेट को लेकर चीन पर लापरवाही के आरोप लग रहे थे। वहीं, चीन की मीडिया का कहना था कि पश्चिमी मीडिया रिपोर्ट को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहा है। साथ ही चीन ने उम्मीद जताई थी कि यह समुद्र में ही कहीं गिरेगा। इससे पहले चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा था कि चीन इस पर कड़ी निगरानी रखेगा। इसके नुकसान को लेकर जरूरी उपाय करेगा।
पिछले साल भी एक रॉकेट गिरा था
पिछले साल मई में चीन का एक रॉकेट पश्चिमी अफ्रीका और अटलांटिक महासागर में गिरा था। चीन ने अंतरिक्ष में अपना स्पेस स्टेशन बनाने के लिए अब तक के सबसे भारी इस रॉकेट को 28 अप्रैल को अपने तियानहे स्पेस स्टेशन से लॉन्च किया था।