जहरीली शराबकांड में चौकाने वाले खुलासे हो रहे है। तस्कर धड़ल्ले से शराब सप्लाई करते रहे और आबकारी अफसरों ने ध्यान ही नहीं दिया। सपना और पैराडाइज बार के संचालकों ने तो 200 रुपये के लालच में अधिकृत दुकान की जगह तस्करों से जहरीली शराब खरीद ली। उनके तार खरगौन और बुरहानपुर से शराब तस्करों से जुड़े है। पुलिस ने मुख्य सप्लायर पंकज सूर्यवंशी को बाणगंगा के वाल्मिकीनगर से पकड़ लिया है। उसने कहां-कहां शराब बेची इसकी तस्कीद की जा रही है। पुलिस बस और ट्रांसपोर्ट संचालकों की भूमिका भी जांच रही है।
एसपी(पश्चिम) महेश चंद जैन के मुताबिक पैराडाइज बार एंड रिसॉर्ट के संचालक जोगी उर्फ योगेश यादव व सपना बार के संचालक विकास बनेड़िया शुक्रवार को पूछताछ में टूट गए। आरोपितों ने बताया नजदीकी दुकान के अलावा तस्करों से भी शराब खरीदते थे। दुकान पर 1070 रुपये में मिलने वाली शराब की बोतल तस्कर 800 रुपये तक में देते थे। एसपी के मुताबिक जोगी और विकास ने वाल्मिकी नगर के पंकज का नाम बताया है।
पंकज बंटी नामक तस्कर से शराब खरीद कर सप्लाई करता था। बंटी के बारे में जानकारी मिली कि वह थापना मांधता खंडवा के कालका प्रसाद से जुड़ा था। कालका लक्की उर्फ गौरव और रोहित निवासी सनावद जिला खरगोन के तस्करों के साथ मिलकर नकली शराब तैयार करता था। खरगोन पुलिस ने इन तीनों तस्करों को अंग्रेजी शराब के नकली टैग,ढक्कन,बॉक्स पेपर,स्टीकर,होलोग्राम,हैंड होल्डिंग मशीन,स्प्रीट व अन्य सामग्री के साथ गिरफ्तार किया है।
लक्जरी बसों से पार्सल में आइ जहरीली शराब की पेटियां
पंचशीलनगर के शराब तस्कर बंटी सुगवानी ने भी पूछताछ में बताया उसका बुरहानपुर के तस्कर मनीष से संपर्क था। मनीष भी नकली शराब सस्ते दाम पर भेजता था। बंटी उसी शराब को 600 से 800 रुपये में घर घर सप्लाई करता था। जबकि बाजार में उसी बोतल की किमत 1070 के आसपास है। एसपी के मुताबिक मनीष को भी इंदौर पुलिस की सूचना पर बुरहानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने लक्जरी बसों द्वारा पार्सल के रूप में शराब की पेटियां बेचना स्वीकार लिया है।