ग्राम पंचायत टेकाड़ी में वन विकास निगम परियोजना परिक्षेत्र वारासिवनी द्वारा बीते २९ जुलाई से पिंजरा लगाये जाने के बावजूद तेंदुआ पकड़ में नही आ रहा है। हालांकि इस दौरान ८ मवेशियों का शिकार करने के बाद तेंदुआ ने अपनी मूवमेंट बदलकर सावंगी की तरफ कर दी है। विभाग द्वारा पटाखे फोडक़र व डोल नगाड़े बजाकर जहां तेंदुऐं को अपनी मूवमेंट बदलने का प्रयास किया है वही ग्रामीणों की सुरक्षा के लिये पुख्ता इंतजाम किये है। अभी भी वन विभाग का अमला प्रतिदिन ग्राम में तैनात है। पिंजरे में जहां एक बकरी बांधी गई है वही उससे करीब ५० मीटर दूर बीट गार्ड तैनात है।
हमारी सतत निगरानी जारी है – डिप्टी रेंजर चिचखेड़े
इस संबंध में पद्मेश को जानकारी देते हुये डिप्टी रेंजर सुरेन्द्र चिचखेड़े ने बताया कि वन विकास निगम परियोजना परिक्षेत्र वारासिवनी अंर्तगत आने वाले ग्राम टेकाड़ी में बीते २६ जुलाई से लगातार तेंदुऐं की आमद हो रही थी जिसको लेकर हमने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर उनसे इसे पकडऩे के लिये पिंजरे की मांग की थी जो हमे २९ जुलाई को प्राप्त हुआ है। जिसके बाद हमने तत्काल उसमें एक बकरी को बांध दिया है। वही प्रतिदिन हमारे द्वारा सर्चिंग की जा रही है। लेकिन जानकारी के मुताबिक तेंदुआ ने अपनी लोकेशन चेंज कर सावंगी ग्राम की और कर ली है। फिलहाल तेंदुऐं को पकडऩे के लिये हमारा रेस्क्यू अभियान जारी है। हमने यह पिंजरा ग्रामवासियों के कहने पर टेकाड़ी के जंगल में लगाया है जहां हमारी सतत निगरानी जारी है।