तो बेरोजगार हो जाएंगे कई अतिथि शिक्षक दस्तावेज सत्यापन का आज अंतिम दिन

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बालाघाट (पदमेश न्यूज़)।पिछले दिनों लोक शिक्षण संचनालय भोपाल द्वारा अतिथि शिक्षकों के दस्तावेज सत्यापन के आदेश जारी किए गए थे। जहां इस कार्य के लिए बालाघाट जिले के सभी संकुलों में अतिथि शिक्षकों के दस्तावेज सत्यापन की व्यवस्था बनाई गई है।जहां 06 से 17 मई तक अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन होना है लेकिन शुरू की गई इस प्रक्रिया को करीब 11 दिन बीत जाने के बावजूद भी अब तक महज 135 से 140 ही अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन हो सका है।जबकि भारी संख्या में अतिथि शिक्षक दस्तावेज सत्यापन की राह तक रहे हैं। वही दस्तावेज सत्यापन की अंतिम तारीख शनिवार 17 मई बताई गई है। ऐसे में संकुलों में भारी संख्या में अतिथि शिक्षक दस्तावेज सत्यापन के लिए पहुंच रह रहे हैं। लेकिन आए दिन किसी न किसी कारणों के चलते उनके दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो रहा है। जिस पर अपनी नाराजगी जताते हुए अतिथि शिक्षकों ने व्यवस्थाओं में सुधार किए जाने की मांग की है

सत्यापन दस्तावेज सत्यापन में आ रहे अनेक रोड़े
बताया जा रहा है कि अतिथि शिक्षको के दस्तावेज सत्यापन के लिए अनेक रोडे आ रहे हैं इसकी प्रमुख वजह दस्तावेजों की जांच करने के लिए शिक्षकों की कमी ,कंप्यूटर ऑपरेटर ना होना सहित नेटवर्क सर्वर की समस्या बताई जा रही है। कभी शिक्षक नहीं आने के चलते दस्तावेजो का सत्यापन नहीं हो पा रहा है, तो कभी सर्वर की समस्या बनी हुई है। जिसके चलते अतिथि शिक्षको काफी परेशान होना पड़ रहा है और वे रोजाना भारी संख्या में दस्तावेज सत्यापन के लिए केंद्र पहुंचने के लिए मजबूर है। जहां दिनभर केंद्र में खड़े रहने के बाद भी उनके दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो पा रहा है। जिसका एक नजारा पिछले कुछ दिनों से नगर के उत्कृष्ट विद्यालय में भी देखने मिल रहा है जहां सत्यापन न होने पर अपनी नाराजगी जताते हुए अतिथि शिक्षकों ने व्यवस्थाओं में सुधार किए जाने की मांग की है। तो वही प्राचार्य द्वारा विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए जैसे तैसे व्यवस्था बनाकर सत्यापन का कार्य करने की बात कही गई है।

नहीं बढ़ी तारीख, तो बेरोजगार हो जाएंगे कई अतिथि शिक्षक
बताया जा रहा है कि अतिथि शिक्षकों के दस्तावेज सत्यापन की 17 मई अंतिम तारीख है। जहां आज शनिवार तक सभी अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन होना है। यदि शासन से दस्तावेज सत्यापन की तारीख एक बार फिर से नहीं बढ़ाई गई तो फिर जिले के कई अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो पाएगा। जिसके चलते वे विभिन्न स्कूलों में अपनी सेवाएं नहीं दे पाएंगे। जहां समय काफी कम होने के चलते अतिथि शिक्षक भारी संख्या में केंद्र पहुंचकर अपने दस्तावेजों के सत्यापन की रहा देख रहे हैं लेकिन अनेक कारणों के चलते उनके दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो पा रहा है। वही 17 मई अंतिम तारीख होने के चलते अब कई अतिथि शिक्षकों को बेरोजगार होने का डर भी सता रहा है।

सभी संकुलों में नहीं हो रहा सत्यापन
बात अगर नियम की करें तो अतिथि शिक्षकों के दस्तावेज सत्यापन के लिए जिले भर के सभी स्कूलों में दस्तावेज सत्यापन की व्यवस्था बनाई गई है ।लेकिन जिले के ज्यादातर संकुलों में अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन नहीं किया जा रहा है।वही चुनिंदा संकुलों में ही सत्यापन का कार्य हो रहा है। जिसके चलते उत्कृष्ट विद्यालय सहित नगर के अन्य केंद्रों में अतिथि शिक्षकों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।

सत्यापनकर्ताओ की कमी झूझ रहे केंद्र
बात अगर नगर से उत्कृष्ट विद्यालय केंद्र की करें तो यहां दस्तावेज सत्यापन के लिए पहुंचने वाले अतिथि शिक्षक पिछले चार दिनों से परेशान हो रहे हैं। जिसकी प्रमुख वजह सत्यापन करने वाले शिक्षको का अभाव बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार वर्तमान में शासकीय आदेशों के तहत स्कूलों की छुट्टियां चल रही है। जिसके चलते ज्यादातर शिक्षक स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। तो कई शिक्षक छुट्टी मनाने व शादी ब्याह के चलते शहर में नहीं है। यही वजह है कि केंद्र में शिक्षक नहीं पहुंच रहे हैं। जहां सभी शिक्षक उपस्थित न होने के चलते अतिथि शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन में दिक्कतें आ रही है।

कंप्यूटर ऑपरेटर भी नहीं, बाहर से बुलाया गया ऑपरेटर
अतिथि शिक्षकों के दस्तावेज सत्यापन होने ना होने की दूसरी वजह कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति न होना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार उत्कृष्ट विद्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति नहीं है जिसके चलते समनापुर से कंप्यूटर ऑपरेटर को बुलाकर दस्तावेजों के सत्यापन की व्यवस्था बनाई गई है।

सर्वर की समस्या भी बड़ा कारण
बताया जा रहा है कि दस्तावेज सत्यापन में सर्वर की समस्या भी रोड़ा बनी हुई है जानकारी के अनुसार कभी दस्तावेजों के सत्यापन के लिए शिक्षक व कंप्यूटर ऑपरेटर उपस्थित रहते हैं तो कई बार सर्वर काम नहीं करता ।अतिथि शिक्षकों के दस्तावेज व अन्य जानकारियां कंप्यूटर में अपलोड करना ,ओटीपी जनरेट करने में दिक्कत आ रही है। सर्वर समस्या के चलते कई बार प्राचार्य के मोबाइल में ओटीपी नहीं पहुंच पाता। जिसके चलते दस्तावेज का सत्यापन कार्य मुश्किल बना हुआ है।

धीमी गति से हो रहा सत्यापन का कार्य
बताया जा रहा है कि एक-एक दस्तावेज के सत्यापन करने के लिए सत्यापनकर्ता को विभिन्न कारणों के चलते अधिक समय लग रहा है।एक दिन में करीब 50 से 60 लोगों के ही दस्तावेज सत्यापित हो पा रहे हैं। जानकारी के अनुसार अभी तक 130 से 135 दस्तावेजों का ही सत्यापन हो पाया है बताया जा रहा है कि यदि दस्तावेज सत्यापन में थोड़ी भी ऊंची नीच हो गई या जल्दबाजी में गलत जानकारी अपलोड हो गई तो सत्यापनकर्ता व प्राचार्य पर एफआईआर तक दर्ज की जा सकती है।इसलिए इस कार्य में वे फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं ।

एक नजर में
अतिथि शिक्षक को सता रहा बेरोजगार होने का डर
दस्तावेज सत्यापन की अंतिम तारीख आज
दस्तावेज सत्यापन के लिए परेशान हो रहे अतिथि शिक्षक
6 से 17 मई तक होना है सत्यापन कार्य
ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते शिक्षक नहीं आ रहे केंद्र
कुछ शिक्षक ब्रिज कोर्स की ट्रेनिंग लेने गए
कुछ शिक्षक एमएलबी में विज्ञान विषय का प्रशिक्षण ले रहे हैं
कुछ शिक्षक एडमिशन के कार्य में लगे हैं ,बाकी शिक्षक छुट्टी में है
सर्वर व ओटीपी की समस्या भी प्रमुख कारण
कंप्यूटर ऑपरेटर की विद्यालय में नहीं है नियुक्ति
समनापुर से ऑपरेटर बुलाकर बनाई गई व्यवस्था
अब तक 130 से 135 अतिथि शिक्षको के दस्तावेजों का हुआ सत्यापन
एक दिन में 50 से 60 अतिथियों का हो रहा सत्यापन
गलत वेरिफिकेशन होने पर सत्यापनकर्ता और प्राचार्य पर दर्ज हो सकता है मामला
भोपाल में उत्कृष्ट प्राचार्य की बैठक के चलते दो दिन बंद रहा सत्यापन कार्य
सत्यापन कार्य की तारीख बढ़ाने की जताई जा रही संभावना

रोज आ रहे हैं और रोज वापस जा रहे हैं- प्रियांशी
किरनापुर से दस्तावेजों का सत्यापन करने आई अतिथि शिक्षक प्रियांशी ने बताया कि वह रोजाना तीन-चार दिनों से दस्तावेजों के सत्यापन के लिए केंद्र पहुंच रहे हैं लेकिन दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो रहा है। जिसके चलते हमें रोज वापस जाना पड़ रहा है। रोजाना आकर लाइन में लगकर पहले टोकन लेनी पड़ती है और टोकन लेकर दिन भर खड़े रहना पड़ता है उसके बाद भी हमारा नंबर नहीं लग पा रहा है।

कोई ना कोई बहाना बताकर परेशान कर रहे है- शांडिल्य
वही अतिथि शिक्षक अंजनी शांडिल्य ने बताया कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के नाम पर परेशान किया जा रहा है आए दिन कुछ न कुछ गलती को सुधार करने कैफे भेजा जाता है जब सुधार करके लाओ तो पुनः कोई दूसरी गलती निकाल कर फिर से सुधार करने कहा जाता है। आज तीन-चार दिनों से रोजाना हम परेशान हो रहे हैं।

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