प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय उपसेवा केंद्र साधना भवन वारासिवनी में शिवजयंती महोत्सव का आयोजन पूर्ण श्रद्धा एवं धूमधाम से शिव ध्वज फहराकर कर दीप प्रज्वलित कर मनाया गया। 87 वें त्रिमूर्ति शिव जयंती के उपलक्ष में भव्य शोभायात्रा और झांकी निकाल कर ईश्वरीय संदेश एवं परमपिता परमात्मा शिव का परिचय दिया गया । प्रभात फेरी के माध्यम से लोगों को शिवरात्रि के महत्व और संस्था के उद्देश्यों को बताते हुए पर्चों का वितरण किया गया । शोभा यात्रा स्थानीय सेवा केंद्र साधना भवन से प्रारंभ हो कर, नगर के विभिन्न मार्गो पर होते हुए अपने गंतव्य स्थान पर वापस सेवा केंद्र पर आकर संपन्न हुई ।
उप सेवा केंद्र प्रभारी बीके उर्वशी बहन जी ने शिवरात्रि का रहस्य समझाते हुए कहा कि-परमात्मा हम सब आत्माओं के पिता हैं जिनका नाम शिव है, वह निराकार है। सबके लिए अच्छा करते हैं इसलिए हमें हमेशा शुक्रिया करना चाहिए। शिवरात्रि का उत्सव परमपिता परमात्मा शिव के अवतरण का यादगार है। महाशिवरात्रि पर ज्ञान रुपी परमात्मा शिव, विकारों रूपी अंधकार को मिटाने के लिए प्रकट होते हैं। अपने विकारों को शिव पर अर्पित कर ही करना ही सच्ची शिवरात्रि है। शिवरात्रि के दिन हम बेर, बेलपत्र, आक, धतूरा इत्यादि चीजों को चढ़ाते हैं ,अर्थात जीवन से विकारों का त्याग करते हैं।