बालाघाट (पदमेश न्यूज़)। सरदार पटेल कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग गायखुरी कॉलेज में जी.एन.एम. द्वितीय वर्ष की पढाई करने वाली सभी छात्राए थ्योरी में तो पास हो गई है। लेकिन कॉलेज में होने वाले प्रेक्टिकल में फेल सभी छात्राए फेल हो गई है। जिससे छात्राओं में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। जहां की आक्रोशित छात्राओं ने कॉलेज प्रबंधन पर जानबूझकर सभी छात्राओं को फेल करने का आरोप लगाया है। जिन्होंने अपना भविष्य बर्बाद होने, पैसे और समय दोनों अधिक लगने की बात कहते हुए इस मामले की वैधानिक जांच कराए जाने की मांग की है। जहां अपनी इस मांग को लेकर सभी छात्राओं ने गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपते हुए मामले में वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
जानबूझकर किया गया है फेल
कॉलेज प्रबंधन पर वैधानिक कार्यवाही की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची छात्राओं का आरोप है कि कालेज प्रबंधन द्वारा समस्त छात्राओं को जी.एन.एम. द्वितीय वर्ष की प्रेक्टिकल परीक्षा में जानबूझकर फेल कर दिया गया है। छात्राओं ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि हम सभी छात्राओं को समझ नहीं आ रहा है कि हम सभी विषयों में पास होने के बाद भी उक्त प्रेक्टिकल परीक्षा में सभी छात्राओं को क्यों फेल कर दिया गया है, इस प्रकार का रिजल्ट आने से हम सभी छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है और हमें आगे शैक्षणिक कार्य एवं जॉब में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। हमारी मांग है कि प्रबंधन के विरूद्ध जॉच बैठाकर हम सभी छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुये उचित कार्यवही की जाए ताकि इस मामले में हमें न्याय मिल सके।
6 से 7 लाख रु का आया है खर्च,अब डायरेक्ट मिलने से कर रहे इनकार- छात्राएं
उक्त मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची जी.एन.एम. द्वितीय वर्ष की छात्रा प्रतिभा, निलेश्वरी पिछोडे, सहित अन्य छात्राओं ने बताया कि सभी छात्राएं सरदार पटेल कालेज गायखुरी बालाघाट में नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। जिसकी एग्जाम काफी लेट हुई है।इस एग्जाम में सभी छात्राए थ्योरी में पास हो गई है, लेकिन जो प्रैक्टिकल लिया गया था उसमें सभी छात्राओं को फेल कर दिया गया है। एक भी छात्रा इस प्रैक्टिकल में पास नहीं हो सकी है।ऐसा कैसे हो सकता ,जब इतना कठिन एग्जाम हम पास कर सकते हैं तो प्रैक्टिकल को भी पास कर सकते है। हमें ऐसा लगता है कि यह सब जानबूझकर किया गया है। हमें जानबूझकर फेल किया गया है। जिससे हमारा भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है। अब हमें प्रैक्टिकल में फेल करके दोबारा एग्जाम देने कहा जा रहा है। इससे समय और पैसा दोनों की बर्बादी होगी। वही मार्कशीट में स्टार लगा हुआ आएगा जिससे जॉब मिलने में दिक्कत होगी।जब फ़ाइल का रिजल्ट आया तो हमारे अभिभावक डायरेक्टर से मिलने के लिए आए थे, लेकिन डायरेक्टर ने मिलने से इंकार कर दिया।वे हमसे मिलना नहीं चाहते। छात्राओं ने बताया कि इस पढ़ाई को पूरी करने के लिए रखना खाना पढाई सहित 7 से 8 लाख रुपए का खर्चा आया है। हमें जानबूझकर फेल किया गया है इसे हमारा पैसा समय बर्बाद होगा तो वही हमारा भविष्य भी अब अंधकार में डूब गया है हमारी मांग है कि इस पूरे मामले की जांच कराकर जिम्मेदारों पर वैधानिक कार्यवाही की जानी चाहिए।