दक्षिण अफ्रीका ने भगोड़े गुप्ता बंधुओं के प्रत्यर्पण के लिए यूएई को सौंपा आवेदन

0

दक्षिण अफ्रीका के रसूखदार गुप्ता बंधुओं की अब मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। सरकार ने सोमवार को कहा कि उसने गुप्ता परिवार के भारत में जन्मे धनी राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता बंधुओं के प्रत्यर्पण के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को औपचारिक आवेदन सौंपा है। ये दोनों भाई, अपने बड़े भाई अजय के साथ दुबई में स्व-निर्वासन में रहे हैं। इन पर आरोप है कि उन्होंने तीन साल पहले पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ अपनी निकटता का दुरुपयोग कर दक्षिण अफ्रीका के उद्यमों से अरबों रुपये निकाल लिए। देश के राष्ट्रीय अभियोजन प्राधिकरण (एनपीए) ने एक बयान में कहा, यह (आवेदन) गुप्ता बंधुओं (दुबई में) की गिरफ्तारी की तारीख से 60 दिनों की अवधि वाला है, जैसा कि दक्षिण अफ्रीका और यूएई के बीच प्रत्यर्पण संधि में निर्धारित है। कथित तौर पर तकनीकी कारणों से आवेदन में देरी हुई, क्योंकि इसे दुबई में आधिकारिक भाषा अंग्रेजी और अरबी दोनों में जमा करना था। दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने पिछले दिनों घोषणा की थी कि यूएई ने गुप्ता परिवार के भारत में जन्मे तीन अमीर भाइयों में से दो-राजेश और अतुल को गिरफ्तार कर लिया है, जो दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जुमा के तहत राजनीतिक भ्रष्टाचार के केंद्र में थे। दक्षिण अफ्रीका में गुप्ता बंधुओं पर आरोप है कि उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जुमा के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल आर्थिक लाभ के लिए किया और वरिष्ठ नियुक्तियों को प्रभावित किया। गुप्ता बंधुओं ने इन आरोपों का खंडन किया है।
सहारनपुर जिले के मूल निवासी एनआरआई गुप्ता बंधु की कभी दक्षिण अफ्रीका में बादशाहत चलती थी। महज 27 साल में सैकड़ों करोड़ का साम्राज्य स्थापित कर चुके गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के नजदीकियों और उनकी सरकार में दखल रखने को लेकर कई सालों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है। भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे तीन में से दो भाइयों अतुल और राजेश की दुबई में गिरफ्तारी के बाद सहारनपुर में उनके नजदीकियों में भी हड़कंप की स्थिति है, उन्होंने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है।
गुप्ता बंधु उद्योगपति अजय गुप्ता, अतुल गुप्ता और राजेश गुप्ता मूलत: सहारनपुर के निवासी है। यहां रानी के बाजार में उनका पुश्तैनी मकान है, हालांकि अब उन्होंने यहां मिशन कंपाउंड में करोड़ों की कीमत की भी कोठी बना रखी है। बेहट रोड पर गोयल केमिकल्स इंडस्ट्रीज नामक फैक्टरी है, जिसको उनके बहनोई अनिल गुप्ता देखते है। देहरादून में भी उनका मकान है। गुप्ता बंधु अक्सर यहां और देहरादून आते रहते रहे हैं। वर्तमान में गुप्ता बंधु दुबई में रह रहे हैं।
गुप्ता बंधु के पिता शिवकुमार की सहारनपुर के रायवाला में राशन की दुकान थी। अजय गुप्ता ने अपने भाइयों के साथ दिल्ली में जाकर अपनी कंपनी से मिसालों का निर्यात किया। उनकी दूसरी कंपनी टेलकम पाउडर में प्रयोग होने वाले सोपस्टोर पाउडर का वितरण करती थी। गुप्ता बंधु करीब तीन दशक पहले सहारनपुर से कारोबार के लिए दक्षिण अफ्रीका गए थे। वहां जल्द ही वो शीर्ष पांच धनी लोगों में शुमार हो गए। पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा से उनकी बेहद नजदीकी थी। उनकी जुमा सरकार में पूरी दखल थी, जिससे उनकी दक्षिण अफ्रीका में बादशाहत कायम हो गई थी। इस दौरान उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। राष्ट्रपति जुमा को अपना पद तक गवाना पड़ा। जुमा के बाद आई नई सरकार ने उन्हें घेरा तो वो दक्षिण अफ्रीका छोड़ कर दुबई में आकर रहने लगे। दक्षिण अफ्रीका सरकार ने इन पर पाबंदी भी लगा दी थी। वहां की नई सरकार गुप्ता बंधु की कई मामलों में जांच करा रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here